CG में सौतेली मां और चाची ने कराई बेटे की हत्या, 50 हजार में दी थी सुपारी, 3 आरोपी गिरफ्तार

बलौदाबाजार। जिले के डोंगरिडीह स्थित महानदी में बीते दिनों एक 14 साल के नाबालिक की हत्या कर महानदी में खोदकर रेत में दफन कर दिया था, जिसके बाद से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई थी। घटना के 48 घंटे बाद बलौदाबाजार पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा ली। नाबालिक बच्चे का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसकी सौतेली मां ही है।

बीते दिनो डोंगरीडीह गांव की रहने वाली दुर्गा धृतलहरे का 14 वर्षीय नाबालिक बेटा शाम को उसी गांव में रहने वाले अपने नाना के घर जाने के लिए निकला था, लेकिन नाबालिक न ही अपने नाना के घर पहुंच पाया और न ही देर रात तक अपने घर वापस लौटा। जब नाबालिक बेटा देर रात तक घर नही आया तो परिजनों ने गांव और आसपास पतासजी शुरू की। सुबह तक जब कोई खोज खबर नही मिली तब परिजनों ने लवन थाना पहुंचकर गुमशूदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

इधर नाबालिक गुमशदा बच्चे की तलास में लवन पुलिस जुटी हुई थी। गुमशुदगी के ठीक 2 दिन बाद लवण पुलिस को महानदी से ग्रामीणों ने सूचना दी की रेत में दबी एक लाश देखी गई है, इसके बाद मौके पर लवन पुलिस और कसडोल एसडीओपी पहुंचे। जब रेत में दफन लाश को बाहर निकाला गया इसके बाद लास की शिनाख्त की गई तो लाश किसी और की नही बल्कि दुर्गा घृतलहरे के 14 वर्षीय नाबालिक बच्चे की थी। मृतक नाबालिक के शरीर में चोट के कई निशान थे। गले में बेल्ट भी लिपटा हुआ था।

शुरवाती जांच में पुलिस ने नाबालिक की हत्या बेल्ट से गला घोट कर किया जाना पाया। इस मामले को सुलझाना भी पुलिस के लिए एक चैलेंजिंग टास्क था। मामले की गंभीरता को देखते हुऐ बलौदा बाजार एसपी मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुऐ एसपी ने क्राइम ब्रांच, सायबर, एफसीएल और लवन पुलिस को त्वरित जांच के निर्देश दिए। वही पुलिस की सयुक्त टीम अलग अलग दिशा पर जांच शुरू की।सायबर एविडेंस और सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध लोगो की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस की सक की सुई मृतक नाबालिक की घर में ही घूमने लगी। पुलिस ने सबसे पहले मृतक बच्चे के सौतेली मॉ मीना घृतलरे से कड़ाई से पूछताछ की, पुलिस की कड़ाई से टूट गयी… फिर मीना ने बताया कि किस तरह से अपने सौतेले बेटे की हत्या कराई।

दरअसल नाबालिग बेटे को लेकर मीना और नाबालिग बच्चे की मॉ दुर्गा के बिच अक्सर लड़ाई होते रहता था। इतना ही नहीं दुर्गा की लड़ाई अक्सर उसकी देवरानी मोंगरा से भी होते रहती थी। लगातार लड़ाई झगड़े से तंग आकर मीना और मोंगरा ने हत्या की शाजिश रची।इस साजिश मे मीना के पुराने जान पहचान के एक युवक गोविंदा कोशले को शामिल किया और महज 50 हजार की सुपारी अपने सौतेले बेटे की हत्या के लिए दे डाली।

इधर 50 हजार की सुपारी मिलते ही गोविंदा मौक़े की तलाश मे था। जैसे ही नाबालिग अपने घर से गाँव मे रहने वाले अपने नाना जी के घर जाने के लिए निकला उसके कुछ देर बाद सुन सान रास्ते पर गोविंदा अपने 3 नाबालिगो के साथ नाबालिग बच्चे को बाहला फुसलाकार अपने साथ बाइक मे बैठा लिए और महानदी लेकर गए। नाबालिग अपने पैंट मे जो बेल्ट पहना था उसी बेल्ट से उसकी गला घोटकर हत्या कर दी। जिसके बाद नदी के रेत मे दबाकर भाग निकले। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर इस केस को सुलझाते हुए सौतेली मॉ सगी चाची और हत्या की सुपारी लेने वाले गोविन्द के साथ 3 नाबालिगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।