भिलाई। अब शारीरिक दिव्यांगजन अपनी जगह पर बैठे-बैठे ही घर के सभी होम एप्लाइंसेस को उंगली के इशारे पर ऑपरेट कर सकेंगे। मोबाइल ऐप पर फेरी गई उंगली से घर के लाइट, पंखे, एसी, टीवी वगैरह सबकुछ ऑन-ऑफ होगा।
संतोष रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज रूंगटा आर-1 के स्टूडेंट्स ने ऐसा होम आटोमेशन सिस्टम तैयार किया है, जो दिव्यांगों को बड़ी राहत पहुंचाने वाला है।
महज 1500 रुपए के खर्च पर तैयार हुए इस सिस्टम से 220 वोल्ट और उससे अधिक ऊर्जा खपत वाले इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को बड़े आराम से अपनी जगह पर बैठे हुए रिमोर्ट कंट्रोल की तरह ऑपरेट किया जा सकता है।
कैसे काम करता है सिस्टम
यह सिस्टम कंप्यूटर कोडिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स के उपयोग से तैयार हुआ है, जिसे सीएस ब्रांच के स्टूडेंट्स यथार्थ दुबे, रोहन शर्मा, आदित्य सक्सेना और रोहित गुप्ता ने तैयार किया। उन्होंने बताया कि एक कमरे का आटोमेशन करने में 1200 से 1500 रुपए ही लगेंगे। इसके लिए खुद की कोडिंग करके एक ऐप बनाया गया है।
इसी तरह इलेक्ट्रिक वाइरिंग के साथ ब्लूटूथ और रिले कंट्रोल मॉड्यूल से जोड़ा गया है। इसी तरह जैस्चर कंट्रोल यानी आवाज सुनकर एक्शन करने वाली एक टेक्नोलॉजी भी इस्तेमाल की गई है।
मोबाइल से जैसे ही कोई कमांड भेजेगा, वह रिसीवर को मिलेगा और इसके बाद एक्शन मोड में उत्पाद चालू और बंद होंगे।
सबकुछ मोबाइल ऐप पर
इस सिस्टम में लगा रिसीवर और सेंडर ब्लूटूथ से कनेक्ट है, जिसको 10 मीटर की दूरी के भीतर से ऑपरेट करना होगा। कमरे के आकार के हिसाब से इसकी रेंज बढ़ाई जा सकेगी।
इसी तरह इसमें वाईफाई की सुविधा भी है, जिससे कहीं से भी इंटरनेट की मदद से घर के होम एप्लाइंसेस को चालू और बंद किया जा सकता है।
इस सिस्टम को तैयार करने में कंप्यूटर साइंस विभाग की प्रोफेसर डॉ. आराधना साहू और डॉ. साजिया इस्लाम ने स्टूडेंट्स को सुपरविजन दिया। संस्था के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने इस सिस्टम को तैयार करने वाले स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाया, उनकी सोच की तारीफ की।