रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बहुचर्चित इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला नागरिक सहकारी बैंक घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। रायपुर न्यायालय ने बैंक घोटाले की दोबारा जांच के आदेश दे दिए हैं। न्यायालय के आदेश के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया कि जनता की गाढ़ी कमाई के घोटाले की जांच की अनुमति न्यायालय से मिल चुकी है।

कोर्ट के आदेश के बाद इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में आरोपी बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट की FSL रिपोर्ट और सीडी पुलिस को सौंपी गयी है। रायपुर कोतवाली पुलिस अब इस मामले में जांच करेगी। न्यायालय के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस को मिली सीडी और रिपोर्ट मिली है। अब 20 करोड़ के इस घोटाले की जांच कोतवाली की पुलिस नये सिरे से करेगी।

जानकारी के मुताबिक जल्द ही इस मामले में आरोपियों को पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस तलब कर सकती है। पुलिस सीडी और FSL रिपोर्ट का अवलोकन कर दुबारा जाँच शुरू करेगी। जाँच में कई और बिंदु सामने आ सकते हैं। जांच के बाद माले में गिरफ्तारियां भी हो सकती है। साल 2006-07 में 20 करोड़ रुपयों से ज्यादा की रक़म का घोटाला हुआ था। कोर्ट के निर्देश के बाद उप महाधिवक्ता संदीप दुबे ने कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट और सीडी सौंपी है।

