जल मड़ई : विधायक, महापौर ने लगाए फलदार पौधे, ललित चंद्राकर ने कहा – पंचतत्व में जल भी शामिल, इसे सहेजना हम सबकी जिम्मेदारी

भिलाई। जल जीवन के लिए आवश्यक है। आज बारिश न होने का मुख्य कारण पर्यावरण का संतुलित नहीं होना है। इसके लिए मनुष्य ही जिम्मेदार है। ये बातें दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहीं। वे जल संर्वधन और संरक्षण पर तालपुरी बी ब्लाक में आयोजित कार्यशाला ‘जल मड़ई’ के मुख्य अतिथि थे।

विधायक चंद्राकर ने कहा कि पांच तत्व में जल एक तत्व है। जल जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। जल का दोहन हम सब करते हैं, किंतु संरक्षण की बात नहीं हो पाती। यही वजह है कि गांव से लेकर शहर तक जिला प्रशासन की ओर से जल मड़ई का आयोजन किया जा रहा है।

इस अवसर पर महापौर शशि सिन्हा ने कहा कि जल को सहेजने के लिए आयोजित कार्यशाला महत्वपूर्ण है। हम सबको जल संरक्षण के लिए बताए तरीकों को अपनाना है। संगोष्ठी के बाद दुर्ग ग्रामीण विधायक व महापौर शशि सिन्हा ने रूआबांधा में 6 लाख से बनने वाले सीसी रोड का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर एमआईसी डाॅ. सीमा साहू, पार्षद सविता ढवस, टिकम साहू, सारिका साहू, ममता सिन्हा, गजेन्द्री कोठारी, रमा साहू, विधि यादव, नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू, जिला महामंत्री कंचन सिंह, सांसद प्रतिनिधि दीपक पप्पू चंद्राकर, मण्डल अध्यक्ष शैलेन्द्र शेन्डे आदि उपस्थित थे।

वार्ड दो में किया गया वृहद पौधरोपण

आयुक्त मोनिका वर्मा के नेतृत्व में नगर पालिक निगम रिसाली क्षेत्र में पौधरोपण की शुरूआत की गई। ‘जल मड़ई‘ संगोष्ठी के बाद विधायक ललित, महापौर शशि सिन्हा ने वार्ड 2 में पौधरोपण किया। यहां पर 50 से अधिक फलदार और छायादार पौधे लगाए गए। इस अवसर पर विधायक ने रोपे गए पौधों की जिम्मेदारी से देखभाल करने की बात कही।

पानी को सहेजने के लिए किया जागरूक

कार्यशाला के मुख्य वक्ता नीरज वानखेड़े ने बताया कि धरती के भीतर से हम सब पानी ले रहे हैं, किंतु हम दे कुछ नहीं रहे हैं। पानी को बनाया नहीं जा सकता इसलिए पानी को सहेजना अति आवश्यकता है। उन्होंने घर के परिसर में कैसे सोखपिठ बनाए उसे भी बताया। साथ ही जल को सहजने के तरीकों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में हिस्सा लेने वाले महिलाओं और छात्राओं को पुरस्कृत भी किया। नीरज वानखेड़े ने पानी और बिना पानी के शहर या गांव किस तरह नजर आएगा, इसका माॅडल प्रदर्शन भी किया।

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