रायपुर। संयुक्त जन संगठनो एवं ट्रेड यूनियनों ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया है। प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है की आज हसदेव में छत्तीसगढ़ के जन आंदोलनों के द्वारा प्रदर्शन था जिसके लिए आंदोलकारी सुबह गाड़ी से निकल रहे थे हजारों पुलिस लगाकर हसदेव जाने वालों को रोका गया। रायपुर से बिलासपुर तक पुलिस का जाल बिछा हुआ था ताकि हसदेव जाकर अदानी का विरोध न करे। उन्होंने आगे बताया की इस तरह उन्हें रोकना लोकतंत्र एवं संविधान मे मिले अधिकारों को कुचलना है। साय सरकार आदिवासी होकर आदिवासी के विरोध मे है। अदानी के पक्ष मे खड़े है कुल मिलाकार जिस आशा से भाजपा को जिताया गया वह पूरी तरह से उल्टा हो गया।
आज सैकड़ों लोगों को बिलासपुर के थानों मे बिठाकर रखा गया। हसदेव के आस पास ग्रामीणों को डराने के लिए हजारों पुलिस फोर्स लगाकर रखा गया है। जिसके विरोध में आज प्रदर्शन किया गया और मांग किया गया की हसदेव का जंगल काटना बंद करना चाहिए। हसदेव जाने दिया जाए। हसदेव के जंगल को सुरक्षित रखा जाए। वहाँ से पुलिस फोर्स तत्काल हटाया जाए। थानों मे बिठा के रखे जन आंदोलनों के साथियो तत्काल छोडा जाए।
वही हजारों आदिवासी किसी भी किसी तरह से वहां पर पहुंचे। जन संगठन के कुछ पदाधीकारी पहुंचे और जन सभा हुई। लेकिन जिस तरह उन्हें रोका गया वह मौलिक अधिकारों का हनन है।
आज के प्रदर्शन में आदिवासी मातृ शक्ति संगठन से चंद्रकला तारम आशीलेश महिला मुक्ति मोर्चा से निरा डेहरिया, लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन से सुरेंद्र मोहंती, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति से रमाकांत बन्जारे महेश साहू, कलादास डेहरिया, मेहनतकस आवास अधिकार संघ से नारायण, ओम नेताम्, उमा सिह अभिषेश राम चंद्र ध्रुव चन्द्र भान सिह पार्षद राजेंद्र परगनिहा, लखन संगुडे, परस राम ध्रुव शामिल थे।