खरोरा हत्याकांड : बॉयफ्रेंड निकला हत्यारा, दूसरे से अफेयर के शक में नाबालिग को उतारा था मौत के घाट

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में खरोरा में हफ्तेभर पहले गायब हुई 10वीं पढ़ने वाली नाबालिग की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस ने उसके प्रेमी को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार किया है। वह बलौदाबाजार जिले में सुहेला थाने के सकलोर गांव का रहने वाला है। खरोरा जाकर वारदात को अंजाम देने के बाद से ही वह फरार चल रहा था।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि नाबालिग का उसके साथ किसी और से भी अफेयर चल रहा था। इस बात का शक होने पर उसने हत्या कर दी। मिली जानकारी के मुताबिक, खरोरा थाने में 27 जून को खबर मिली कि बेल्दार सिवनी गांव में तोर्रा तालाब के करीब एक खेत में नाबालिग की लाश मिली है।

तस्दीक के लिए खरोरा पुलिस मौके पर पहुंची। पता चला कि यह एक दिन पहले गायब हुई नाबालिग है। उसके शरीर पर चाकू से कई गंभीर वार किए गए थे। चेहरे को पत्थर से कुचला गया था। मौके से 2 चप्पलों के साथ भगवा रंग का गमछा भी बरामद किया गया था। बीएनएस की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया। आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी लाल उमेंद सिंह ने फरार आरोपी की तलाश के लिए 4 आला अफसरों की टीम बनाई।

एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट को भी इन्वॉल्व किया। पड़ताल शुरू हुई। आसपास के सीसीटीवी खंगाले, तो 26 जून को नाबालिग एक युवक के साथ बाइक पर बैठकर जाती दिखी। नाबालिग के रिश्तेदारों को दिखाया, तो एक बार में पहचान लिया। बताया कि वह साहिल धीवर (20) है। परिचित है। जानकारी जुटाने पर पता चला कि 26 जून से ही युवक फरार है।

लोकेशन ट्रेस कर आरोपी को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार कर लिया गया है। केस सॉल्व करने में ग्रामीण एएसपी सुखनंदन राठौर, क्राइम एएसपी संदीप मित्तल, क्राइम डीएसपी संजय सिंह, विधानसभा सीएसपी वीरेन्द्र चतुर्वेदी के साथ साइबर यूनिट प्रभारी परेश कुमार पांडेय और खरोरा टीआई दीपक पासवान की अहम भूमिका रही।

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