दुर्ग। दुर्ग ग्रामीण विधाायक एवं राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ललित चंद्राकर की माताजी पूर्णिमा चंद्राकर 80 वर्ष का सोमवार की सुबह आकस्मिक निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार गमगीन माहौल के बीच शिवनाथ नदी मुक्तिधाम में किया गया। वे दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, अशोक चंद्राकर व रिसाली पार्षद सुनन्दा पप्पू चंद्राकर की माताजी थी। वे अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गई है।
दिवंगत पूर्णिमा चंद्राकर के अंतिम संस्कार के पूर्व उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए विधायक निवास गजानंद मंदिर के पास आर्यनगर में रखा गया था। जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए भाजपा नेता, कार्यकर्ता, शुभचिंतक के अलावा दुर्ग ग्रामीण व दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे और उन्हें नम आंखो से श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्व. पूर्णिमा चंद्राकर के निधन पर सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, अरुण साव, केबिनेट मंत्रीगण,दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव , साजा विधायक ईश्वर साहू, अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन,दुर्ग महापौर अल्का बाघमार,दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे, रिसाली महापौर शशि सिन्हा,पूर्व कैबिनेट मंत्री जागेश्वर साहू, पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व विधायक लाफचंद बाफना, दुर्ग भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल , पूर्व जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा,युवा मोर्चा अध्यक्ष उपकार चंद्राकर,अलावा भाजपा-कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों व विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनो द्वारा शोक व्यक्त किया गया है।