राजनांदगांव। राजनांदगांव के पूर्व सांसद प्रदीप गांधी के भाई सहित तीन व्यापारियों को गोंदिया पुलिस ने डेढ करोड़ रुपए के साथ पकड़ा है। जिले की सीमा से सटे महाराष्ट्र राज्य के देवरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने नाकेबंदी जांच के दौरान व्यापारियों को रकम सहित पकड़ा। गोंदिया पुलिस ने पूछताछ करने सभी व्यापारियों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रकरण को आयकर विभाग को सौंपने की तैयारी की जा रही है।

- पुलिस सूत्रों की माने तो गोंदिया पुलिस को यह सूचना थी कि नेशनल हाईवे से एक कार मोटी रकम लेकर महाराष्ट्र राज्य की तरफ आ रही है।
- गोंदिया पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर नाकेबंदी जांच कर कार को रोका और तलाशी ली।
- जिसमें गोंदिया पुलिस ने एक बैग से एक करोड़ 43 लाख रुपए जब्त किया है।
- नेशनल हाईवे में स्थित महाराष्ट्र के देवरी थाना क्षेत्र में नाकाबंदी कर गोंदिया पुलिस ने तीनों व्यापारियों को रकम के साथ पकड़ा है।

पूछताछ करने हिरासत में लिया
- मोटी रकम देखकर गोंदिया पुलिस के भी होश उड़ गए।
- गोंदिया पुलिस ने तीनों व्यापारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

- मिली जानकारी के मुताबिक घटना 8 अगस्त की रात लगभग 9 बजे की है।
- जब सीजी-08-आर-9000 नंबर की कार में तीनों व्यापारी मोटी रकम लेकर गोंदिया की तरफ जा रहे थे।

दस्तावेज खंगाल रही पुलिस
- गोंदिया एएसपी श्री बनकर ने बताया कि लाखों रुपए लेकर कार से महाराष्ट्र राज्य में दाखिल होने की खबर मिली थी।
- जांच के दौरान लगभग डेढ़ करोड़ रुपए मिले हैं।

- नांदगांव के व्यापारियों से मिले रुपए के स्रोत के संबंध में गोंदिया पुलिस बैंक दस्तावेज खंगाल रही है।
- पूछताछ में व्यापारियों ने रकम को लेकर अपना पक्ष रखा है।
आयकर विभाग को सौंपेंगे प्रकरण
– कमल गांधी और साथियों से जब्त डेढ़ करोड़ रुपए गोंदिया पुलिस आयकर विभाग के पीडी एकाउंट में जमा करेगी।
आयकर विभाग नागपुर केस बनाकर रायपुर को भेजेगा।

रायपुर के अधिकारी आगे की जांच करेगी।
पुलिस ने कार में पूर्व सांसद प्रदीप गांधी के भाई कमल गांधी, विनोद जैन एवं नेमचंद बघेल नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
सभी व्यापारियों ने रखा अपना पक्ष
गोंदिया पुलिस का कहना है कि जब्त रकम के संबंध में हिरासत में लिए गए व्यापारियों से जानकारी मांगी गई है।
व्यापारियों के हवाले से गोंदिया पुलिस ने बताया कि धान की खरीदी के लिए रकम लेकर नागपुर की ओर जा रहे थे।
