संसद की लोक लेखा समिति ने हमारे दुर्ग के SJ फॉर्म धौराभांठा गांव में बिताया दिनभर: सांसदों को भा गया CM भूपेश का छत्तीसगढ़ मॉडल…धौराभांठा में देखी उन्नत खेती की मिसाल, कम लागत और कम पानी में कैसे कर सकते हैं ज्यादा उत्पादन, उदाहरण देखकर गदगद हुए देशभर के माननीय

दुर्ग। दुर्ग जिले में जैविक और बेहतरीन उन्नत खेती हो रही है। यहां कम लागत और कम पानी में बढ़िया खेती हो रही है। ज्यादा उत्पादन हो रहा है। रासायनिक खाद का उपयोग किए बगैर ही शानदार खेती कर ज्यादा मुनाफा कमाया जा रहा है और हमारी मृदा को बचाकर भी रखा है। ये हमारे किसान भाइयों के लिए उदाहरण है।
ये बातें संसद के नेता प्रतिपक्ष और लोक लेखा समिति के चेयरमैन अधीर रंजन चौधरी ने कही। दरअसल, संसद की लोक लेखा समिति के सभी सदस्य व देशभर के अलग-अलग राज्यों के सांसद शनिवार को दुर्ग जिले के धमधा के एसजे फॉर्म धौराभाठा पहुंचे थे। दोपहर से शाम तक फॉर्म का विजिट किया। छत्तीसगढ़ सरकार के चार चिन्हारी नरुवा, गरुवा, घुरुवा, बाड़ी का शानदार उदाहरण देखा। सबने छत्तीसगढ़ सरकार के काम की तारीफ की। नेता प्रतिपक्ष व चेयरमैन चौधरी ने कहा कि, राहुल गांधी के सपनों का गांव यही है। उन्नत किसान और लहलहाती फसल का सपना छत्तीसगढ़ में पूरा हो रहा है। गोधन योजना, राजीव गांधी न्याय योजना से किसान संपन्न हो रहे हैं। वो इस गांव में नजर आ रहा है।

एसजे फॉर्म धौराभाठा का निरीक्षण करने वालों में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व समिति के चेयरमैन अधिरंजन चौधरी, उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व लोकसभा सांसद जगदंबिका पाल, बिहार से लोकसभा सांसद रामगोपाल यादव, सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर सत्यपाल सिंह, तमिलनायडू से सांसद एम थंबीदुरई, उत्तरप्रदेश से लोकसभा सांसद श्यामसिंह यादव, राजनांदगांव के पूर्व सांसद प्रदीप गाँधी और छग कांग्रेस कमेटी के महामंत्री जितेंद्र साहू मौजूद रहें।

सांसदों का एसजे ग्रुप से संचालक वजीर सिंह, अनिल शर्मा, यज्ञदत्त शर्मा, रामफल शर्मा, अश्वनी शर्मा, नवीन लोहान, बृजेश शर्मा, स्नेहलता शर्मा, प्रवीण देवी, सुनीता शर्मा, राकेश धनकर, राजेश पुनिया समेत अन्य ने स्वागत किया।

राहुल गांधी को लेकर आऊंगा यहां…
धौराभाठा में एसजे फॉर्म की तारीफ करते हुए अधीर रंजन ने कहा कि, जैविक खेती के माध्यम से शानदार खेती हो रही है। कम पानी और कम लागत में कैसे ज्यादा उत्पादन कर सकते हैं। यहां पर शानदार उदाहरण है। फॉर्म से जुड़े लोगों ने मिसाल पेश की है। एशिया की सबसे बड़ी सीताफल की खेती 180 एकड़ में यहीं हो रही है। अधीर रंजन ने कहा कि, मैं जब भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी के साथ छत्तीसगढ़ आया तो उन्हें जरूर लेकर आऊंगा यह फॉर्म दिखाने।

कृषि कॉलेज खोलकर गढ़े भावी भविष्य
लोक लेखा समिति के सदस्यों ने एसजे फॉर्म के संचालक वजीर सिंह और अनिल शर्मा से कहा कि, इस जमीन पर एक कृषि कॉलेज की नींव रखनी चाहिए। ताकि यहां पढ़ने वाले बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी मिल सके। इसके लिए संचालकों ने कहा कि, जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।

सांसदों ने धौराभाठा में क्या-क्या देखा

  • वाटर रिचार्ज तालाब: धौराभांठा में 10 एकड़ एरिया में तीन तालाब है। जहां बारिश का पानी इकट्‌ठा किया जाता है। तालाब के सहारे भू-तल रिचार्ज हो जाता है। एक-एक तालाब 24 करोड़ लीटर पानी रहता है। यही नहीं, तालाब के पास पानी स्टोर करने के लिए अलग से टंकी है। जहां पानी रहता है, यहीं से पूरे फॉर्म में पानी सप्लाई होती है। लोक लेखा समिति के सदस्यों ने यह भी देखा। इन तीनों तालाबों की वजह से इलाके का सूखापन दूर हुआ और गांव भी पानी से लबालब हो गया।
  • 14 प्रकार के फल: एसजे फॉर्म धौराभांठा में 14 प्रकार के फलों की पैदावार होती है। सालभर उत्पादन होने वाले फलों का स्वाद लोक लेखा समिति के सदस्यों ने चखा। एप्पल बेर, स्टारफ्रूड, ड्रैगनफ्रूड, चीकू, करौंदा, बिही, बिही थाइलैंड, खजूर, वाटर एप्पल, कटहल, नींबू, मौसमी, देशी जामुन का स्वाद चखकर सबने कहा-ये तो बिना शूगर के इतना मिठास है। धौराभांठा में सीताफल पल्पिंग प्रोसेसिंग यूनिट है। यहां से देशभर में सीताफल की सप्लाई हो रही है। मेट्रो सिटीज में सबसे ज्यादा डिमांड है।
  • गोबर खाद और गौमुत्र से दवा: फॉर्म हाउस में एक बड़ा गौशाला है। जहां गिर नस्ल की 300 गाय हैं। जिनके गोबर से खाद और गोमुत्र से दवा बनाकर उसे फसलों के लिए उपयोग किया जा रहा है। यही नहीं, अतिरिक्त गोबर को बेचकर सरकार के गोधन न्याय योजना का लाभ भी ले रहे हैं। यहां के घी देशभर में प्रसिद्ध है। जिसकी डिमांड देशभर खूब होती है।
  • एक ही जगह पर नरवा, गरुवा, घुरुवा और बाड़ी: इस फार्म हाउस में एक ही जगह पर छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी का जीवंत उदाहरण देख सकते हैं। सरकार की प्रमुख योजनाओं का लाभ किसान कैसे ले रहे हैं। यह देश की लोक लेखा समिति के सदस्यों ने धौराभांठा में देखा।