रायपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा छत्तीसगढ़ पहुंच गयी है। दो दिन के ब्रेक के बाद रविवार को फिर से यात्रा की शुरुआत हो रही है। कांग्रेस ने इस यात्रा की तैयारी पूरी कर ली है। यात्रा की तैयारी को लेकर नेताओ को अहम जिम्मेदारी दी गयी है। पार्टी ने अलग-अलग जिलों के लिए समन्वयक नियुक्त किये हैं। सरगुजा, बलरामपुर, कोरबा जिले के लिए कई पूर्व विधायकों और नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी गयी है।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 11 फरवरी को जिला रायगढ़ के दर्रामुंडा से महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल के लिए रवाना होंगी। रात्रि विश्राम भैसमा के शासकीय प्यारेलाल महाविद्यालय के पास होगा। 12 फरवरी को जिला कोरबा के सीतामढ़ी चौक से पदयात्रा शुरू होगी। रात्रि विश्राम शिवनगर थाना तारा के पास जिला सुरजपुर में होगा। 13 फरवरी को जिला सरगुजा के रायगढ़ बस स्टैंड चौक (उदयपुर) से पदयात्रा प्रारंभ होगी और रात्रि विश्राम झींगो जिला बलरामपुर में होगी। 14 फरवरी को जिला बलरामपुर के पुराना सर्किट हाउस से पदयात्रा प्रारंभ होगी जिसका समापन छत्तीसगढ़ की सीमा रामानुजगंज जिला बलरामपुर में होगा और सीमा पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को राष्ट्रीय ध्वज को प्रदान करेंगे। रायगढ़ खरसिया, सक्ती, कोरबा से लेकर अंबिकापुर, रामानुजगंज तक ऐतिहासिक स्वागत की तैयारियां की गयी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज स्वंय एवं वरिष्ठ नेतागण यात्रा की तैयारियो को स्वंय निगरानी कर रहे है। पूरे मार्ग में अलग-अलग पदाधिकारियो को जिम्मेदारियां दी गयी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक स्वागत होगा। छत्तीसगढ़ के लोग तथा छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल गांधी की यात्रा के स्वागत को लेकर उत्साहित है। हम सब प्रसन्न है कि राहुल गांधी जी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा छत्तीसगढ़ आ रही है। 14 जनवरी 2024 को मणीपुर से मुंबई तक शुरू हुई यह न्याय यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से गुजरते हुये 6700 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करेगी। छत्तीसगढ़ में यह यात्रा राज्य के 7 जिलों से होकर गुजरेगी तथा 536 किलोमीटर 5 दिनों तक राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में पैदल चलेंगे। भुखमरी, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की बदहाली, सांप्रदायिक विद्वेष के दौर में राहुल गांधी की न्याय पदयात्रा लोगों के जख्मों में मरहम साबित होगी।