- प्रदेश के कई बड़े कांग्रेस नेताओं के घर ईडी ने मारा छापा
- छापेमारी की कार्रवाई से आक्रोशित नजर आ रहे हैं कांग्रेसी
- छत्तीसगढ़ में ईडी मुख्यालय के बाहर कांग्रेसियों ने किया जमकर प्रदर्शन
- सीआरपीएफ जवान और कांग्रेसियों के बीच हुई झड़प
- जवानों ने चलाई लाठियां, प्रदर्शनकारियों ने जवानों को दबोचा
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज सुबह से ही ED की छापेमारी की कार्यवाही जारी है। कई बड़े कांग्रेस नेताओं के ठिकानों में ED ने रेड मारी है। जिसके बाद कांग्रेसियों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। जहां-जहां छापेमारी की कार्रवाई चल रही है वहां कांग्रेसियों का धरना प्रदर्शन जारी है। इस बीच रायपुर में सीआरपीएफ जवानों और कांग्रेसियों के बीच झड़प की खबर आ रही है। जहां पर लाठी भी चलाए गए हैं।


कांग्रेस ED की छापेमार कार्रवाई का कांग्रेस विरोध कर रही है। सोमवार शाम को रायपुर के ED मुख्यालय के बाहर युवा कांग्रेस और NSUI के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने घेराव कर दिया। जमकर हुए बवाल और हंगामे के बाद शाम करीब 6 बजे भीड़ यहां से वापस गई। DB डिजिटल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीआरपीएफ जवानों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प हुई। लाठियां भी चली। इस वजह से कुछ देर के लिए विरोध प्रदर्शन में हालात काफी बिगड़ गए। जवान को भी प्रदर्शनकारियों ने दबोच लिया जैसे-तैसे मामला शांत कराया गया, मगर काफी देर तक कांग्रेसियों का विरोध प्रदर्शन चलता रहा।


दरअसल सोमवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कांग्रेसी नेता रामगोपाल अग्रवाल, आरपी सिंह, सन्नी अग्रवाल विनोद तिवारी जैसे नेताओं के घर छापा मारा। कांग्रेस ने इसे आगामी महाधिवेशन के कार्यक्रम को डिस्टर्ब करने की साजिश बताया। इन सभी नेताओं के घर के बाहर भी कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया।


शाम के वक्त यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के नेता प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर का घेराव करने पहुंच गए। पुलिस ने पहले से ही यहां बैरिकेडिंग कर रखी थी पहली बेरीकटिंग को तोड़कर कांग्रेसी नेता ईडी दफ्तर के करीब पहुंच गए । जहां पहले से मौजूद सीआरपीएफ के जवानों ने प्रदर्शनकारियों पर डंडा चला दिया।

लाठीचार्ज की स्थिति बनती देख कुछ कार्यकर्ता तितर-बितर हुए। मगर बाकी गुस्साए कार्यकर्ताओं ने जवान को ही घेर लिया। कांग्रेसियों ने सीआरपीएफ जवान को पीटने की कोशिश की मगर मौके पर मौजूद स्थानीय पुलिस ने इसके बाद मोर्चा संभाला और कार्यकर्ताओं को शांत करते हुए स्थानीय पुलिस के अफसर दिखाई दिए। करीब 1 से डेढ़ घंटे तक यह बवाल ईडी दफ्तर के बाहर चलता रहा।


