दुर्ग। दुर्ग जिले में पशु क्रूरता का मामला सामने आया है। गया नगर क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक स्ट्रे डॉग को जान से मार दिया है। वहाँ के लोगों का कहना है कि विगत कुछ दिनों से एक पागल कुत्ते के आतंक से रहवासी परेशान थे उक्त कुत्ते ने कई गायों व अन्य जानवरों को काट दिया था और अब बड़ों व बच्चो को भी काटने के लिए दौड़ने लगे थे। वहाँ के लोगो निगम को जानकारी दी पर निगम के अधिकारियों द्वारा कोई व्यवस्था नही होने की बात कहते हुए हाथ खड़े कर दिया गया।
निगम की जिम्मेदारी हैं वैक्सिनेशन और नसबंदी करवाना इससे कुत्तों में बीमारी का खतरा कम होता हैं साथ ही उनका एग्रेशन भी कम होता हैं। इसके बाद लोगों ने कानून का उल्लंघन करते हुए बेज़ुबान की जान ले ली और बताया जा रहा उसे दफना भी दिया। बड़ा सवाल ये है इस घटना का ज़िम्मेदार कौन हैं? नगर निगम का सिस्टम या वहाँ के लोग। निगम अगर उस कुत्ते को आइसोलेट कर देता तो उस बेज़ुबान की हत्या नहीं होती। अगर इसी तरह लोग कानून को अपने हाथ में लेते रहेंगे तो अपराध कम होंगे या बढ़ेंगे?
इस संबंध में क्षेत्र की पार्षद लीना दिनेश देवांगन ने महापौर सहित निगम प्रशासन से मांग की है कि आवारा कुत्तों की समस्या से सभी वार्ड के लोग पीड़ित है इसलिए कुत्ते की समस्या से निजात दिलाने नगर निगम की जिम्मेदारों को तत्काल कोई व्यवस्था करनी चाहिए इस प्रकार की शिकायत आए दिन नागरिकों द्वारा की जा रही है किंतु आवारा कुत्तों को पकड़ने व रोकथाम के लिए कोई भी कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है जिससे साबित होता है कि नगर निगम की कार्यशैली कितना संवेदनहीन है और इसका खामियाजा अब नागरिकों को भुगतना पड़ रहा हैं यही कारण है की लोग अब नियम कानून अपने हाथ में लेकर अपने व बच्चो के सुरक्षा के लिए कुत्तों को मारने से गुरेज नहीं कर रहे है वार्ड लीना दिनेश देवांगन ने आगे कहा कुत्तों व आवारा पशुओं से संबंधित शिकायते सभी वार्डो में है फिर भी निगम द्वारा कुत्तों को पकड़ने आतंक मचाने वाले जानवरों को पकड़ने के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण नागरिक परेशान है इसके महापौर धीरज बाकलीवाल व आयुक्त महोदय को चिंता करते हुए तत्काल कोई व्यवस्था करनी चाहिए। परंतु पार्षद जी को शायद ये नहीं पता कि कानून में कुत्तों को उनके जगह से हटाना अपराध हैं। उन्हें शायद ये भी नहीं पता की कुत्ते कोई समस्या नहीं है उन्हें मैनेज किया जाता है। कुत्तों को एक जगह से दूसरी जगह करने की जगह अगर उनका नसबंदी किया जाए और वैक्सिनेशन किया जाए तो ऐसे हालत पैदा नहीं होंगे। हालाँकि पागल या रेबीज से ग्रषित कुत्तों के लिए निगम को इंतज़ाम करना चाहिए।