सेंट लुइस, मिसौरी, अमेरिका से खास रिपोर्ट। हिंदी यूएसए सेंट लुइस, एक गैर-लाभकारी हिंदी पाठशाला, ने हाल ही में अपना 6वां वार्षिक हिंदी कविता प्रतियोगिता आयोजित की, जो मिडवेस्ट यूएसए की सबसे बड़ी हिन्दी प्रतियोगिता रही। प्रतियोगिता सैंट लुईस के हिंदू मंदिर के सांस्कृतिक भवन में हुई। इस कविता प्रतियोगिता की ख़ास बात ये रही कि, अमेरिका में पल बढ़ रहे 120 से अधिक छात्रों ने अपनी कविताएँ हिंदी भाषा में बोली। बच्चों ने “खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी”, “तुम मुझको कब तक रोकोगे” जैसी अनेक प्रसिद्ध हिंदी कविताएँ गायी। बच्चों ने राम लला के प्राण प्रतिष्ठा, देश प्रेम, शिक्षक अनुमोदना, नारी शक्ति, और अन्य कई सामाजिक चेतना के विषयों पर कविताएँ प्रस्तुत की।
28 छात्रों ने 8 विभिन्न हिंदी ग्रेड स्तरों पर शीर्ष स्थान हासिल किया। छात्रों ने अपनी पहचान और रचनात्मकता को कॉस्ट्यूम और प्रोप्स के साथ दिखाया। सभी प्रतिभागियों को मेडल मिले और विजेताओं को ट्रॉफी मिली। प्रतियोगिता के विजेताएँ अब मार्च 2024 में होने वाले हिंदीयूएसए के इंटर-स्कूल राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करेंगे। प्रतियोगिता को निष्पक्ष और मनोरंजक बनाए रखने के लिए, स्कूल प्रभारी डॉ. अंशु और मयंक जैन ने समुदाय से पांच निर्णायक को आमंत्रित किया था। कार्यक्रम को दो भागो में बाँटा गया और प्रत्येक भाग को दो निर्णायकों ने जज किया।
निर्णायक मंडल में विश्वकांत त्रिपाठी, मीरा जैन, आशोक गंगवानी, डॉ. प्रदीप सिंह और उनकी पत्नी सुमन रौसारिया शामिल थीं। ज़्यादातर निर्णायक अमेरिका के विश्विद्यालयों में प्रोफेसर या फिर IT पेशेवर हैं और विभिन्न तरीको से सैंट लुईस में सामाजिक काम में लगे हुए हैं। हिंदी यूएसए सेंट लुइस निम्नलिखित शिक्षकों और स्वयंसेवकों की सराहना करता है। इस कविता प्रतियोगिता उनके समर्थन के बिना संभव नहीं हो पाती।
स्वयंसेवक सूची: अनुपमा सिंह, पूजा शर्मा, सीमा जैन, मेघना लुंकड़, सुचि खंडेलवाल, शालिनी शर्मा, वीणा वैद्यनाथन, ऋतु माहेश्वरी, वंदना सिंह, कपिल कथरी, नेहा गुप्ता, जितेश गुप्ता, मंजिरी शर्मा, सारिका गौबा, दीपशिका आनंद, निधि सिंह, कार्तिका वंदवासी, प्रतिपाल सिंह बिंद्रा, वीणिता सिंह, सोनिया जैन, विजयेन्द्र तरुण, चेतन शाह, शाशि मणि, बरखा रावत, कारिश्मा खन्ना, नम्रता त्रिपाठी और बहुत से अन्य। हिंदी-यूएसए सेंट लुइस एक पंजीकृत गैर-लाभकारी हिंदी-पाठशाला है जिसका उद्देश्य अमेरिका हिंदी भाषा और भारतीय सांस्कृतिक के ज्ञान का प्रसार करना है।
अमेरिका में “हिंदी USA” नाम की एक नॉन प्रॉफिट आर्गेनाईजेशन है। जहाँ 4000 से ज्यादा प्रवासी भारतीय के बच्चो समेत अमेरिका के भी बच्चों को हिंदी भाषा पढ़ाया जाता है। इसके साथ ही उन्हें भारतीय संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाती है। जिसके लिए संस्था द्वारा साल में कई बड़े भारतीय त्यौहार सेलिब्रेट किया जाता है। इस संस्था के सेंट लुइस सेंटर में करीब 700 बच्चे है। जहां के फाउंडर डायरेक्टर मयंक जैन हैं जो भिलाई, छत्तीसगढ़ से है। अगर आप इस संस्था से जुड़ना चाहते है या आप अमेरिका में रहते है और बच्चों को पढ़ाना चाहते है तो आप निचे दिए गए कांटेक्ट डिटेल्स पर संपर्क कर सकते है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया संपर्क करें:
मयंक जैन
[email protected]
www.HindiUSA.org/STL)।