भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई के कर्मचारियों के खाते में अब तक अक्टूबर महीने का वेतन नहीं आया है। मिली जानकारी के अनुसार निगम का खजाना खाली होने के कारण से आधे महीने बाद भी कर्मियों के खाते में वेतन नहीं ट्रासंफर किया गया है। इधर सफाई के नाम पर निगम के खजाने पर बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण जो रकम टैक्स के रूप में निगम में जमा हो रहीं है। उसको भी सफाई के नाम पर वितरित कर दिया जा रहा है।


जरूर मिलेगी सैलरी: महापौर नीरज पाल
नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर नीरज पाल ने बताया कि नगरीय निकाय की समीक्षा बैठक गुरुवार को है। नगर निगम, भिलाई के पास फ्री होल्ड की पर्याप्त राशि है। अलग मद में जमा कर रखा गया है। आयुक्त बैठक में रायपुर जा रहे हैं। वहां से अनुमति मिलने पर कर्मियों को वेतन का भुगतान किया जाएगा।

पत्रिका में छपे खबर के अनुसार नगर निगम के अधिकारी अब कर्मियों को वेतन देने के लिए फ्री होल्ड की राशि पर नजर रखे हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि राज्य सरकार से अनुमति मिल जाए, तो उस राशि में से कर्मियों का वेतन भुगतान कर दिया जाए। नगर पालिक निगम, भिलाई के 950 नियमिक कर्मियों के खातों में हर माह 1 या 2 तारीख को सैलरी आ जाती थी। इस माह 16 दिन बीत चुके हैं और कर्मचारियों के हाथ खाली हैं। स्कूल की फीस से लेकर तमाम घर के खर्च व बैंक के लोन की किस्त भी सैलरी पर ही निर्भर होती है। कर्मचारी और उसका परिवार इसकी वजह से परेशान है।

राज्य सरकार से नगर पालिक निगम, भिलाई को त्योहार के वक्त एडवांस में चुंगी कर (ऑक्ट्रॉय ड्यूटी) मिल चुकी है। इस वजह से इस माह में उसका भी विकल्प नहीं है। संचित निधि से वेतन देने राशि निकालने राज्य सरकार ने पिछले बार ही अनुमति नहीं दिया था। वहां का रास्ता भी बंद ही हो गया है। नगर पालिक निगम, भिलाई में प्रॉपर्टी टैक्स वसूली का काम निजी एजेंसी स्प्रेरो के माध्यम से किया जा रहा है। इनको साल में करीब 40 करोड़ रुपए वसूली कर जमा करना है। वसूली रकम का 7 फीसदी एजेंसी को दिया जाना है। अब तक 8 माह बीत चुके हैं। एजेंसी ने करीब 17 करोड़ से अधिक राशि जमा की है। इस तरह से आने वाले 4 माह में करीब 23 करोड़ रुपए वसूली करना है। एजेंसी को टारगेट पूरा करने के लिए हर माह करीब 5 करोड़ वसूली करना है।

नगर पालिक निगम में सफाई, ऑपरेटर, चालक, सुरक्षा कर्मी के तौर पर करीब 2000 लोग काम कर रहे हैं। इस तरह से करीब 4 करोड़ से अधिक राशि वहां खर्च की जा रही है। सफाई के काम में पहले हर माह 1 करोड़ खर्च होता था। इस तरह से साल में 12 करोड़ का खर्च आता था। उसे बढ़ाकर 36 करोड़ कर दिया गया है। सफाई के नाम पर जिस तरह से बंदरबाट शुरू हुआ है। उसका असर कर्मियों के वेतन पर सीधे तौर पर पड़ा है।

नगर पालिक निगम, भिलाई का हर माह करीब 8 करोड़ से अधिक खर्च है। निगम में नियमित कर्मियों का वेतन 3.5 करोड़ रुपए माह का है। इसके अलावा भविष्य निधि में करीब 40 लाख रुपए जाता है। सफाई, ठेका श्रमिकों के नाम पर करीब 4 करोड़ रुपए निगम के खजाने से जा रहा है। निगम जिस एजेंसी को प्रॉपर्टी टैक्स वसूली की जवाबदारी दी है, उसे हर दिन 20 लाख वसूली करना है। वहां से हर दिन 20 लाख के आसपास आ रहा है। इस तरह से निगम के खजाने में आवक भी कम ही हो रहा है।



