अमलेश्वर, दुर्ग। एकेएस स्मार्ट सिटी में देर रात दो घरों में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। चोरों ने लोहे का ग्रिल काटकर घरों में घुसकर लाखों की चोरी की। इस घटना ने एक सवाल खड़ा कर दिया है कि अगर एक तथाकथित सुरक्षित कालोनी में इस तरह की वारदात हो सकती है, तो वहां रहने वाले परिवार कितने सुरक्षित हैं?

मिली जानकारी के अनुसार, यह कालोनी एकेएस इन्फ्रटेक द्वारा विकसित की जा रही है, लेकिन यहां के निवासियों को सुरक्षा, सफाई, बिजली और अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। डेवलपर ने ब्रोशर में जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं। इसके बावजूद डेवलपर ने बिना कालोनी को पूरा किए हुए पूर्णता प्रमाण पत्र हासिल कर लिया और अब मेंटिनेंस के नाम पर पैसे भी वसूल कर रहा है।

सितंबर 24 को रेरा ने एकेएस इन्फ्रटेक पर 75 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था, क्योंकि उन्होंने अपने वादे के अनुसार स्वीमिंग पुल और क्लब हाउस का निर्माण नहीं किया। कुल मिलाकर, यहां के निवासी बिल्डर और डेवलपर की ओर से किए गए वादों से पूरी तरह से मायूस हैं। रेरा के नियमों को नजरअंदाज कर उन्हें ठगा जा रहा है, जबकि वे बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। यह घटनाएं यह साबित करती हैं कि भले ही कालोनी का नाम स्मार्ट सिटी हो, लेकिन सुविधाओं की कमी और सुरक्षा के सवाल अब भी बरकरार हैं।
