राजनांदगांव में खुले हैं 2 जेनेरिक मेडिकल स्टोर: 50 से 70% तक छूट के साथ ले सकते हैं सस्ती दवा…आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने डॉक्टरों से की अपील, बोले-जेनेरिक दवा ही लिखें

राजनांदगांव। उच्च गुणवत्ता की जेनरिक दवाईया सस्ती दरों पर आधी कीमत में सुलभता से उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सस्ती दवा दुकान योजना छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रारंभ की गई है। योजना के तहत प्रदेश में धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर के रूप में दुकान संचालित किया जा रहा है।

योजना के क्रियान्वयन की कडी में राजनांदगांव नगर के नागरिको को सस्ती दवा योजना का लाभ देने नगर निगम द्वारा रेल्वे स्टेशन टेक्सी स्टैण्ड के पास एवं कमला कालेज रोड हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पास दो स्थानों पर धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर संचालित किया जा रहा है।

जहां शासन द्वारा निर्धारित सस्ती दर पर सभी जेनेरिक दवाईयां उन्हें सुगमता से उपलब्ध हो रही है, जिसका अच्छा प्रतिसात मिल रहा है और लोग कम दाम में दवा खरीद स्वास्थ्य सहित आर्थिक लाभ भी ले रहे हैं।

निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने जेनेरिक मेडिकल स्टोर के संबंध में कहा कि आम जनता को ब्रांडेड जेनरिक दवाईया एवं सर्जिकल आइटम्स सस्ती दरों पर सुलभता से यहा पर प्राप्त तो हो रही है, और लोग इसका लाभ भी ले रहे है। लेकिन अभी भी लोगों को जेनेरिक दवाई के बारे में जानकारी नही है। उन्होंने बताया कि जेनेरिक दवा वह दवा है, जो बिना किसी पेटेन्ट के बनायी और वितरित की जाती है। जेनेरिक दवा के फॉर्मुलेशन पेटेंट हो सकता है किन्तु उसके सक्रिय घटक पर पेटेंट नहीं होता।

जेनेरिक दवाईया गुणवत्ता में किसी भी प्रकार के ब्रांडेड दवाईयों से कम नही होती तथा ये उतनी ही असरकारक है, जितनी की ब्रांडेड दवाईया। यहा तक कि उनकी मात्रा (डोज), साइड इफेक्ट, सक्रिय तत्व आदि सभी ब्रांडेड दवाईयों के जैसे ही होते है। जेनेरिक दवाईयों को बाजार में उतारने का लाईसेंस मिलने से पहले गुणवत्ता मानों की सभी सख्त प्रक्रियाओं से गुजरना होता है।

आयुक्त डॉ चतुर्वेदी ने बताया कि किसी रोग विशेष की चिकित्सा के लिये तमाम शोधो के बाद एक रसायनिक तत्व व यौगिक विशेष दवा के रूप में देने की संस्तुति की जाती है। इस तत्व को अलग अलग कम्पनियां अलग अलग नामों से बेचती है। उन्होंने बताया कि जेनेरिक दवाईयों का नाम उस औषधी में उपस्थित सक्रिया घटक के नाम के आधार पर एक विशेषज्ञ समिति द्वारा निर्धारित किया जाता है।

किसी भी दवा का जेनेरिक नाम पूरे विश्व में एक ही होता है। जेनेरिक दवाईयों के मूल्य र्धारण पर सरकारी अंकुश होता है, इस लिये ये सस्ती होती है और पेटेंट दवाईयों की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक सस्ती होती है। उन्होंने कहा कि यदि डॉक्टर मरीज को जेनेरिक दवाईयों की सलाह देने लगे तो व्यय पर 70 प्रतिशत तक कमी आएगी।

उन्होंने सभी चिकित्सकों से अपील करते हुये कहा है कि वे मरीजो को जेनेरिक दवाईयों का उपयोग करने की सलाह दे और उनके पास आने पर बिमारी संबंधी जेनेरिक दवाई ही लिखे, ताकि लोग जेनेरिक दवाई का उपयोग कर स्वास्थ्य लाभ के साथ साथ आर्थिक लाभ भी ले सके।

आयुक्त डॉ चतुर्वेदी ने नागरिकों से अपील करते हुये कहा है कि सस्ती दवा योजना का लाभ लेने धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर से ही दवा खरीदे और आर्थिक बोझ से निजात पाये, क्योकि आज लोगों की आधी आमदनी ईलाज में ही खर्च हो जाती है, जिससे राहत देने शासन ने सस्ती दवा योजना प्रारंभ की है। जिसमें आम जनता को ब्रांडेड जेनरिक दवाईया एवं सर्जिकल आइटम्स सस्ती दरों पर सुलभता से प्राप्त हो सके। जहॉ मरीजो को अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य (एमआरपी) में 50 प्रतिशत से अधिक छूट मिल रही है।

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