भिलाई। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा सोमवार को *भिलाई नगर निगम के जोन क्रमांक 01 के आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें *खुले में संचालित चिकन-मटन दुकानों को तुरंत हटाने की मांग की गई। संगठन ने आरोप लगाया कि ये दुकानें निर्धारित मार्केट परिसर के बजाय बीच बाजारों, मुख्य सड़कों और आवासीय क्षेत्रों में अवैध रूप से संचालित हो रही हैं, जो पूरी तरह नियमों के खिलाफ है।

ज्ञापन में बताया गया कि भिलाई सहित अन्य क्षेत्रों में पहले से मांस-मछली दुकानों के लिए विशेष मार्केट निर्धारित हैं, लेकिन उसके बावजूद कई दुकानदार खुले में दुकानें चला रहे हैं। परिषद का कहना है कि इन दुकानों से निकलने वाला *कचरा खुले में या नालियों में फेंका जा रहा है, जिससे *गंदगी, दुर्गंध और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। यह स्थिति न केवल मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि जीव-जंतुओं और पर्यावरण के लिए भी घातक साबित हो रही है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान भिलाई नगर संयोजक रोहित दुबे सहित समर पवार, जामवंत मिश्रा, द्रवीण शुक्ला, योगेश, पीयूष, अतुल साहू, आशीष यादव और बजरंग दल के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यकर्ताओं ने जोन आयुक्त से मांग की कि *एक सप्ताह के भीतर इन दुकानों को हटाने की कार्यवाही की जाए, अन्यथा परिषद और बजरंग दल *आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने यह भी बताया कि यदि जोन स्तर पर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो अगले चरण में जिला कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपा जाएगा, और पूरे जिले में इस तरह की अवैध दुकानों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा।
संगठन का कहना है कि यह मुद्दा केवल धार्मिक या सामाजिक नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और नागरिक व्यवस्था से जुड़ा गंभीर मामला है। उन्होंने नगर प्रशासन से अपील की कि वह नियम विरुद्ध संचालित मांस की दुकानों पर सख्त कार्रवाई करें, जिससे शहर की स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके। ज्ञापन में स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया है कि यदि प्रशासन एक सप्ताह के भीतर ठोस कदम नहीं उठाता, तो विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगा।