दुर्ग। साइबर अपराधों की रोकथाम को लेकर आईजी दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग द्वारा साइबर थाना और सी.सी.टी.एन.एस. का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तकनीकी दक्षता बढ़ाने एवं जनजागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग द्वारा आज साइबर थाना दुर्ग रेंज का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना भवन का भौतिक निरीक्षण करते हुए रिकॉर्ड, पंजियों एवं उपयोग में लाए जा रहे सॉफ्टवेयर की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने साइबर थाना प्रभारी को विभिन्न पहलुओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

आईजी गर्ग द्वारा पोर्टल पर प्राप्त साइबर शिकायतों, केस ट्रैकिंग प्रणाली, अनुसंधान की प्रगति, तकनीकी संसाधनों की उपलब्धता तथा स्टाफ की संख्या की भी विस्तृत समीक्षा की गई। मूलभूत सुविधाओं की कुछ कमी पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “साइबर अपराध वर्तमान समय की गंभीर चुनौती है, जिससे निपटने के लिए आधुनिक तकनीकी उपकरणों के साथ-साथ प्रशिक्षित बल की आवश्यकता है।” इस दिशा में सभी अधिकारियों को हर स्तर पर सतर्कता बरतने तथा तकनीकी दक्षता में लगातार सुधार करने के निर्देश दिए गए।

आईजी ने भारत सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानूनों के संबंध में “कर्मयोगी ऐप” के माध्यम से प्रशिक्षण लेने के भी निर्देश दिए, जिससे स्टाफ अद्यतन कानूनी जानकारी प्राप्त कर सके। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीसीटीएनएस कक्ष का भी अवलोकन किया एवं नफीस, सीसीटीएनएस, साइबर पोर्टल तथा सिटीजन सर्विसेज से संबंधित कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

निरीक्षण के अंत में गर्ग ने अधिकारियों को “साइबर प्रहरी” जनजागरूकता अभियान को और प्रभावी रूप से आमजन तक पहुँचाने का सुझाव दिया, जिससे नागरिक सतर्क रहें और ऑनलाइन ठगी से बचाव कर सकें। उपरोक्त निरीक्षण में साइबर थाना दुर्ग रेंज प्रभारी निरीक्षक तपेश्वर नेताम, उपनिरीक्षक डॉ. संकल्प राय सहित अन्य साइबर थाना, सीसीटीएनएस का स्टाफ एवं पुलिस पी आर ओ प्रशांत कुमार शुक्ला उपस्थित रहे।
