Baiga made a minor a victim of his lust
क्राइम डेस्क। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। बीमार बच्ची के इलाज के नाम पर परिजनों ने गांव के बैगा त्रिभुवन अगरिया को झाड़-फूंक के लिए घर बुलाया, लेकिन उसने नाबालिग को पूजा सामग्री बाहर रखने के बहाने ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। यह घटना तमनार थाना क्षेत्र की है। पीड़ित नाबालिग के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक दुष्कर्म की ये घटना रायगढ़ के तमनार थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि यहां रहने वाली एक 14 वर्षीय नाबालिग की तबीयत पिछले कुछ समय से अक्सर खराब रहती थी। परिजन अपनी बेटी के बेहतर सेहत के लिए इलाज के तौर पर गांव के बैगा से पूजा-पाठ करवाना चाहते थे। इस पर उन्होंने गोढ़ी गांव में रहने वाले त्रिभुवन अगरिया नामक बैगा से संपर्क किया। बताया जा रहा है कि बच्ची की समस्या सुनने के बाद बैगा ने परिवार को पूजापाठ करने की सलाह दी थी।

इसके बाद परिवार की रजामंदी के बाद रविवार शाम त्रिभुवन अगरिया पीड़िता के घर पहुंचा और पूजा-पाठ करने लगा। इस दौरान उसने पत्ते के दो दोने में कुछ पूजा सामग्री रखी और नाबालिग को सौंपते हुए कहा कि इसे घर से लगभग 100 मीटर दूर अमाबोरिया इलाके में ले जाकर अलग-अलग स्थानों पर रख आना। उसने परिजनों को घर पर रुकने को कहा और खुद नाबालिग के साथ बाहर चला गया। उधर काफी देर तक जब नाबालिग घर नहीं लौटी, तब परिजनों को चिंता हुई और वे उसकी तलाश में निकल पड़े।

थोड़ी दूर जाने पर उन्हें बैगा त्रिभुवन अगरिया संदिग्ध स्थिति में दिखाई दिया। परिजन कुछ पूछते उससे पहले ही आरोपी परिजनों को देखकर मौके से भाग निकला। जब लड़की घर लौटी, तब उसने रोते हुए पूरी घटना की जानकारी दी। घटना की सूचना पर पीड़िता के परिजन अगले दिन तमनार थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।

तमनार पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की तलाश शुरू की। आरोपी फरार होने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
