खुद को मध्यानी का पार्टनर बताकर दुर्ग के SBI बैंक मैनेजर से 18 लाख की ठगी: आखिर ठग ने कैसे दिया वारदात को अंजाम

भिलाई। दुर्ग में कारोबारी मध्यानी बड़ा नाम है। एक ठग ने उनके नाम का यूज किया है। ठग ने खुद को उनका पार्टनर बताया और बैंक मैनेजर को ही ठग लिया। पूरा मामला दुर्ग के मोहन नगर इलाके का है। मोहन नगर पुलिस ने मामले में जुर्म दर्ज कर लिया है। एसबीआई बैंक कॉलोनी सेक्टर-9 के रहने वाले अनुरंजन कुमार प्रियदर्शी ठगी के शिकार हुए हैं।

अनुरंजन कुमार प्रियदर्शी अग्रसेन चौक स्टेशन रोड दुर्ग के भारतीय स्टेट बैंक एस.एम.ई. में ब्रांच मैनेजर के पद पर पदस्थ हैं। 24 जनवरी को ब्रांच मैनेजर के मोबाईल पर 7409153379 से कॉल आया। उसने स्वयं को कैलाश मध्यानी पार्टनर वेंकटेश मोटर्स का मालिक बताते हुए बैंक शाखा मे एफ.डी. खोलने का झांसा दिया।

इसके अलावा अज्ञात ने अर्जेन्ट पैसा ट्रांसफर करवाना के लिए कहा और बैंक के ईमेल आईडी में अपनी पूरी जानकारी भेजी। जिसमे खाता नम्बर 40052523465 वेंकटेश मोटर्स से पैसा भेजने को लिखा था। NAME PARAMJIT KAUR, AC-158264533248, IFSC- INDB0000284, BANK- INDUSIND BANK AMOUNT- 945800, CHEQUE NO. 248695 , NAME KANTA RANI, AC-246801504460, IFSC- ICIC0002468, BANK- ICICI BANK AMOUNT- 878980, CHEQUE NO. 248655 उसके बाद ब्रांच मैनेजर को मोबाईल लगातार करता रहा। जल्द RTGS करने को कहा और बैंक पहुचकर चेक जमा करने का हवाला दिया।

मैनेजर ने अज्ञात ने जो नाम खाता नबर बताया उसे मिलान करने पर कैलाश मध्यानी, मोबाईल एवं खाता, चेक नम्बर सही पाये जाने पर तत्काल RTGS के माध्यम से खाता नं. AC-158264533248 AMOUNT- 945800 जिसका रिफरेन्स नं UTR No. SBIN222024422510, AC-246801504460 AMOUNT- 878980, रिफरेन्स नं UTR No. SBIN222024422856 कुल रकम 18,24,780 रूपये उक्त दोनो खातो मे ट्रांसफर किया गया। कैलाश मध्यानी शाखा के ग्राहक है।

कैसे हुआ खुलासा…
ब्रांच मैनेजर ने पुलिस को बताया कि ईमेल पर दी गई चेक नम्बर को सही और विश्वास हो जाने पर ग्राहक की परेशानी को देखते हुए उक्त रकम को बताने गए खातो मे ट्रांसफर किया गया। लेकिन दोबारा मोबाईल फोन पर उसी नम्बर से फोन आया।

उसने दो और RTGS करने को कहा। जिस पर शंका होने की स्थिति में कैलाश मध्यानी को मैनेजर के सहकर्मी के मोबाईल नम्बर से बैंक के रिकार्ड मे कैलाश मध्यानी के फोन नम्बर कॉल किया गया। तब उन्होंने किसी को भी बैंक मे किसी प्रकार का पैसो के लेनदेन के लिए नहीं कहने की बात बताई।

बैंक मैनेजर ने बताया कि जब उसने दोनों बताए खातों में 18 लाख 24 हजार 780 रुपए ट्रांसफर कर दिए तो उसके थोड़ी देर बाद उसी कॉलर का फिर से फोन आया। उसने दो और खातों में आरटीजीएस करने कहा।

इस पर बैंक मैनेजर को शक हुआ तो उसने कैलाश मध्यानी को फोन किया। जब कैलाश मध्यानी ने ऐसे किसी भी लेनदेन से इंकार किया। तब जाकर बैंक मैनेजर को ठगे जाने का अहसास हुआ। इसके बाद उसने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी।

बैंक मैनेजर अनुरंजन कुमार प्रजापति ने बताया कि कैलाश मध्यानी उनकी शाखा के सम्मानीय ग्राहक हैं। कॉलर ने मेल पर जो भी जानकारी भेजी वह मिलान करने पर सही पाई गई। चेक नंबर तक उसने सही बताया था। इसके बाद उसे विश्वास हो गया कि कॉल करने वाला मध्यानी का पार्टनर और उसने विश्वास में आकर रुपए ट्रांसफर कर दिए।

खबरें और भी हैं...
संबंधित

अशोका बिरयानी विवाद: डिप्टी सीएम विजय शर्मा के आदेश...

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित मशहूर अशोका बिरयानी के गटर में कल दो लोगों की लाश मिली थी। जिसके बाद से अशोका...

घर से टिफिन लेकर आखिरी बार ड्यूटी पर निकला...

- नाईट ड्यूटी के लिए निकला था मृतक हेमलाल सूर्यवंशी भिलाई। भिलाई के इंडस्ट्रियल एरिया हथखोज में सड़क हादसा हुआ है। इस हादसे में...

CG – नवविवाहिता की हत्या कर बाड़ी में दफनाया:...

नवविवाहिता की हत्या कर बाड़ी में दफनाया बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले से एक नवविवाहिता के हत्या का मामला सामने आया है। पति ने अपनी...

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में EOW ने अरुणपति त्रिपाठ, अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश...

ट्रेंडिंग