छत्तीसगढ़ में CM बघेल ने पेश किया 4 हजार 144 करोड़ रुपये का तीसरा अनुपूरक बजत; सदन में चर्चा की शुरुआत MLA देवेंद्र यादव ने की… जल जीवन मिशन के तहत 24 लाख लोगों को नल कनेक्शन; 2 घंटे में 4 बार कार्रवाई स्थगित… BJP ने वॉक आउट भी किया; पढ़िए खास बातें

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 4 हजार 144 करोड़ रुपये का तीसरा अनुपूरक बजट पेश किया। तीसरे अनुपूरक बजट में पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, सिंचाई, आवास, भूजल संरक्षण, आजीविका, औद्योगिक प्रशिक्षण, कस्टम मिलिंग सहित अतिरिक्त राशि के प्रावधान रखे गए हैं। दोपहर 3 बजे तक विधानसभा की चली। अब अगली कार्रवाई शुक्रवार को शुरू होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने करीब आधे घंटे तक अनुपूरक बजट पेश किया। जब तक वो बजट की जानकारी सदन में रखते रहे भाजपा का हंगामा जारी रहा। सदन में बजट चर्चा की शुरुआत भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने की।

BJP के विधायकों, अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, धरमलाल कौशिक जोरदार हंगामा करते रहे। कानून व्यवस्था की दुहाई देकर हंगामा करते रहे। कुछ देर बाद एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री एक तरफ अलग-अलग योजना और विभागों में अनुपूरक बजट की जानकारी दे रहे थे, दूसरी तरफ भाजपा के विधायक जय-जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। कुछ ही देर बाद सभी ने हनुमान चालीसा पढ़नी शुरू कर दी। हंगामे के बीच ही अनुपूरक बजट पेश हुआ। इस बीच बस्तर की टारगेट किलिंग पर हंगामा हुआ।

तो मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि हम मानते हैं कि ये घटनाएं दुखद हैं, हम जांच कर रहे हैं, मगर NIA बीच में आती है तो इन घटनाओं की जांच भी भाजपा NIA से ही करवा ले, क्या दिक्कत है। गौरतलब है कि वर्ष 2022-23 के मुख्य बजट में 1 लाख 4 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया था। पहले अनुपूरक में 2 हजार 904 करोड़ रूपए, दूसरे अनुपूरक में 4 हजार 338 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया था। तीसरे अनुपूरक बजट की राशि 4 हजार 144 करोड़ रूपए रखी गई है।

जल जीवन मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 24 लाख ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इन लक्ष्य की पूर्ति के लिए निर्माणाधीन कार्यों के लिये 900 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है।

विपक्ष ने नक्सली हमला, टारगेट किलिंग और धर्मांतरण को लेकर काम रोको प्रस्ताव भी लाया है। बीजेपी के सदस्य गर्भ गृह तक पहुंचकर जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा की शुरुआत विधायक देवेंद्र यादव ने की।

इससे पहले सदन की कार्यवाही के दौरान अनियमित कर्मचारियों के मुद्दे की गूंज सुनाई दी। मुख्यमंत्री ने नियमितीकरण पर सदन में लिखित में जवाब दिया है। विधायक प्रीतम राम का सवाल था कि अनियमित, संविदा, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने के लिए क्या कोई समिति का गठन किया गया है। अगर हां तो इनके सदस्य कौन-कौन है कब-कब बैठकें हुई और समिति की ओर से क्या अनुशंसा की गई?

भूपेश बघेल ने इस पर लिखित जवाब देकर कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के अनुसार प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम विभाग के अफसरों की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है । इसमें वित्त विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास विभाग जैसे विभागों के सचिव स्तर के अफसर सदस्य हैं। साल 2022 के 16 अगस्त को बैठक की गई और इसमें 5 बिंदुओं पर जानकारी सरकार के सभी विभागों से मांगी गई।

विभागों में पदस्थ अनियमित दैनिक वेतन भोगी संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों का क्या खुले विज्ञापन भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्ति की गई है ? क्या कर्मचारी, पद में निर्धारित शैक्षणिक तकनीकी योग्यता रखते हैं ? क्या कार्यरत कर्मचारी जिस पद पर काम कर रहे हैं क्या वह पद संबंधित विभाग के पद संरचना भर्ती नियम में स्वीकृत है ? क्या शासन द्वारा जारी आरक्षण नियमों का पालन किया गया है ? अनियमित दैनिक वेतन भोगी संविदा पर काम कर रहे लोग वर्तमान में क्या मानदेय भुगतान किया जा रहा है और उन पदों पर नियमित लोगों का क्या वेतनमान है ?

मुख्यमंत्री ने बताया है कि 24 डिपार्टमेंट से मिल गई है, 22 विभागों से यह जानकारी नहीं मिली है । मुख्यमंत्री ने इस पर बताया कि शासन स्तर पर दैनिक वेतन भोगी, अनियमित और संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण किए जाने की विधिवत कार्यवाही की जा रही है। समय सीमा बता पाना संभव नहीं है।

भाजपा का हंगामा दूसरे दिन के सत्र में शुरू से ही होता रहा। दो से ढ़ाई घंटे के बीच सदन की कार्यवाही 4 बार स्थगित करनी पड़ी। दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सभा 10 मिनट के लिए स्थगित की गई। इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही जल जीवन मिशन के हंगामे पर विपक्ष के वॉक आउट के बाद स्थगित हुई।

उपाध्यक्ष संत कुमार नेताम ने सदन का संचालन किया। पहली बार सदन का संचालन कर रहे संत राम नेताम ने 10 मिनट पहले ही प्रश्नकाल खत्म करने का एलान कर दिया था, फिर याद दिलाए जाने पर उन्होंने कहा ठीक है समय बचा है, फिर कार्यवाही आगे बढ़ी। मंत्री गुरु रुद्र कुमार को विपक्ष ने घेर दिया। प्रश्नकाल की शुरुआत में मो अकबर और गुरु रूद्र कुमार से तेंदू पत्ता खरीदी पर सौरभ सिंह और जल जीवन मिशन पर सवाल पूछे गए।

जल जीवन मिशन में बिलासपुर में हुई गड़बड़ियों के सवाल पर मंत्री रुद्र गुरु ने कहा कि संबंधित अफसर पर कार्रवाई की गई है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि अफसर को निलंबित कर देना पर्याप्त नहीं है, FIR करेंगे क्या। जवाब में रुद्र गुरु ने कहा – संस्पेंड कर दिया गया है। आगे जांच चल रही है, मैंने जवाब दे दिया है।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि मंत्री घुमाकर उत्तर दे रहे हैं। इसके बाद अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल, धरमलाल कौशिक ने हंगामा कर दिया। मंत्री पर मामले को दबाने का आरोप लगाकर हल्ला करने लगे। बवाल बढ़ने के बाद प्रश्नकाल समाप्त कर दिया गया। विपक्ष के नेताओं ने नाराजगी जताकर वॉकआउट कर दिया।

यह खबर DB डिजिटल की रिपोर्ट के आधार पर प्रकाशित की गई है।

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