भिलाई। कांग्रेस व सीएम भूपेश बघेल सरकार गठन के 1 वर्ष में अनियमित कर्मियों को नियमित करने का वादा किया था लेकिन साढ़े तीन साल बीतने के बाद भी वादा पूरा नहीं किया। इस पर रवि गडपाले प्रांतीय अध्यक्ष, भगवती शर्मा तिवारी अध्यक्ष महिला विंग छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने कहा कि हमें सरकार पर धिक्कार है। पिछले 3 साल में सरकार कर्मचारियों का डाटा इकट्ठा नहीं कर पाई है। पिछले तीन विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री द्वारा नियमितीकरण की बात स्वीकार की गई, लेकिन वादा आज भी अधूरा है। आउटसोर्सिंग बंद नहीं हुआ है। कर्मचारियों को मिलने वाली वेतन वृद्धि रोक दी गई है। घोषणा पत्र में छंटनी नहीं करने का वादा था, लेकिन कई विभागों से छटनियां कर दी गई हैं। 23 और 24 अप्रैल को कर्मचारियों व किसानों के आंदोलन को जिस अमानवीय तरीकों और बर्बरता पूर्वक समाप्त किया गया, ऐसी सरकार पर हमें धिक्कार है।
अजित नाविक, कार्यकारी अध्यक्ष, टेकलाल पाटले संयुक्त सचिव प्रेमप्रकाश गजेन्द्र प्रांतीय उपाध्यक्ष, संजय सोनी व तारकेश्वर साहू प्रांतीय सलाहकार छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार के ढाई वर्ष पूर्ण होने के बाद से ही विभिन्न संगठनों द्वारा लगातार आंदोलन किए जाने पर कांग्रेस सरकार घबरा गई है। आंदोलन के प्रतिनिधियों को डराने, धमकाने और दबाव डालने के लिए आंदोलन की अनुमति लेने की शर्तों को गृह (पुलिस) विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के पत्र 22 अप्रैल, 2022 द्वारा गैर लोकतांत्रिक बिन्दुओं को सम्मिलित कर कठिन बनाया गया है, ताकि राज्य में कोई आंदोलन ही न कर सके। विद्युत संविदा कर्मचारियों व किसानो के साथ प्रशासन द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण कार्यवाही और नियमितीकरण के लिए घोषणा पत्र में की गई वादा के अनुरूप कार्यवाही नहीं करने पर प्रदेश के लाखों अनियमित कर्मचारी आक्रोशित हैं।
गोपाल प्रसाद साहू प्रांतीय संयोजक ने बताया कि छत्तीसगढ़ संयुक्त छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ उपरोक्त के सन्दर्भ में 1 मई मजदूर दिवस पर विरोध सभा, धिक्कार रैली एवं मुख्यमंत्री निवास घेराव, बुढापारा धरना स्थल रायपुर में आयोजित किया है।
अब अनियमित कर्मचारी 1 मई को करेंगे सीएम हाउस का घेराव: नियमित नहीं करने पर सरकार को धिक्कारेंगे, रवि गढ़पाले बोले-आंदोलन को कुचलने प्रदेश सरकार ने लागू किए बर्बर नियम
