भिलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में लोककला ‘नाचा‘ के जनक स्व. दाऊ दुलार सिंह मंदराजी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. बिसाहू दास महंत की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी लोककला के संरक्षण में दाऊजी के अमूल्य योगदान को भुला नहीं जा सकता। दाऊ मंदराजी ने ‘नाचा‘ को पुनर्जीवित करने और उसे बचाए रखने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने लोक कलाकारों को संगठित कर छत्तीसगढ़ी नाचा-गम्मत को विश्वपटल पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साथ ही सीएम ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व राजनेता स्व. बिसाहू दास महन्त को स्मरण करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन जनसेवा से जुड़ा रहा। महन्त ने अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक और मंत्री के रूप में प्रदेश के विकास के लिए अपनी अमूल्य सेवाएं दी। हसदेव बांगो सिंचाई परियोजना उनके सपनों का साकार रूप है। उन्होंने लोगों की बेहतरी के लिए क्षेत्र में खेती-किसानी, सिंचाई तथा सड़कों के कार्यों को बखूबी अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि स्व. बिसाहू दास महन्त के आदर्शों के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध हैं। उनके बताये जनकल्याण के मार्ग पर चलकर प्रदेश में विकास को नये आयाम देने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं।