रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। AICC और कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष को अरविंद नेताम ने अपना इस्तीफा भेज दिया है। अरविंद नेताम सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक हैं। वे इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
अरविंद नेताम फिलहाल रायपुर में हैं। उन्होंने 9 अगस्त को ही अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और PCC चीफ दीपक बैज को भेजा था । इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि ”मैं कांग्रेस पार्टी का क्रियाशील सदस्य हूं। 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी के आह्वान पर कांग्रेस में वापस आकर अपने अनुभव से पार्टी को मजबूती प्रदान करने का हमेशा प्रयास किया, लेकिन प्रदेश नेतृत्व के असहयोग पूर्ण रवैये के कारण मुझे निराशा हुई।”
चर्चा है कि अरविंद नेताम खुद की एक पार्टी बनाने जा रहे हैं, वह अपनी पार्टी से ही चुनाव भी लड़ सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे अपने पत्र में अरविंद नेताम ने लिखा है कि वह कांग्रेस पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहे हैं। हालांकि उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस पर ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन आज उनके इस्तीफा देने का पत्र वायरल हुआ है। अपने इस्तीफे में अरविंद नेताम ने लिखा है कि मौजूदा प्रदेश नेतृत्व से उन्हें हमेशा असहयोग मिला, जिसकी वजह से वह काफी निराश है। उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी अधिकारों को समाप्त कर दिया गया है, जिसकी वजह से यह सरकार आदिवासी विरोधी हो गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम के कांग्रेस से इस्तीफा देने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि, वे भाजपा के हाथों में खेल रहे है। सीएम बघेल ने कहा कि, अरविंद नेताम ने बड़ी देर कर दी, भानुप्रतापपुर उपचुनाव के समय से ही वे पार्टी विरोधी काम कर रहे थे। इसी के चलते पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। सीएम बघेल ने कहा कि, पूर्व मंत्री नेताम की लगातार भाजपा के साथ बैठकें भी हो रही हैं, वे भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। हम पहले निष्कासित करते तो फिर से वे किसी पार्टी में चले जाते, इसलिए हमने ऐसा नहीं किया। अब उन्होंने खुद निर्णय ले लिया है।