भिलाई। भिलाई नगर पालिक निगम के उप सभापति और वार्ड 35 के पार्षद इंजीनियर सलमान के खिलाफ कूटरचना करके फर्जी जाति प्रमाण पत्र के बल पर चुनाव लड़ने का आरोप लगा है। निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने बताया कि इंजीनियर सलमान का जाति प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी है। उसने दूसरे के जाति प्रमाण पत्र पर अपना नाम दर्शाकर उसे निर्वाचन आयोग में जमा किया है।
इस पूरे बवाल को लेकर पार्षद इंजीनियर सलमान ने प्रेस वार्ता की है –
पार्षद ने बताया की नगर पालिक निगम भिलाई के बीजेपी पार्षद भोजराज आसटकर के द्वारा भाजपा पार्षदों के साथ सामूहिक रूप से एक प्रेस वार्ता लिया था। जिसमें मेरी जाति को फर्जी बताया गया है। मेरी जाति कुंजड़ा (राइन) है जो कि छत्तीसगढ़ में ओबीसी वर्ग में ही आता है। मेरे दाखिल खारिज, स्थानांतरण प्रमाण पत्र में भी मेरी जाति कुंजड़ा दर्ज है।
उन्होंने आगे कहा की मेरे पिता और चाचा की भी शिक्षा भिलाई में ही हुई है। हम लोग भिलाई में 1984 से बहुत पहले के मूल निवासी है। इन सभी आधार पर ही मेरा अस्थायी और स्थायी जाति प्रमाण पत्र बना है। मुझे संवैधानिक व्यवस्था पर पूरा विश्वास है फिर भी किसी भी प्रकार का जांच होता है तो मैं उसमे पूरा सहयोग करूगा। आप सब भिलाईवासी एवं वार्डवासी को बताना चाहता हूँ कि भोजराज आसटकर के द्वारा लगाए आरोप बेबुनियाद , झूठे एवं सस्ते राजनीति से प्रेरित है।
इंजीनियर सलमान ने आगे कहा की भोजराज आसटकर तो सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। खुद उन्होंने अपनी जाति प्रमाण पत्र कलार जाति का बनवाया है जबकि वह मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के लांजी क्षेत्र का मूल निवासी है और वह खुद अपने आप को भोजराज सिन्हा बताते है। जबकि उनके सारे कागज में भोजराज आसटकर लिखा हुआ है,जबकि आसटकर छत्तीसगढ़ में डड़सेना कलार सिन्हा समाज के अंतर्गत नहीं आता है। भोजराज का नाम मतदाता सूची,आधार कार्ड, पेन कार्ड में भोजराज आसटकर के नाम से उल्लेखित है चुनाव में आरक्षण का लाभ लेने के लिए भोजराज सिन्हा नाम का उल्लेख करते हुए पार्षद चुनाव के लिए नामांकन फार्म खरीदा था।
उन्होंने आगे कहा की कलेक्टर महोदय से भोजराज आसटकर के जाति प्रमाण पत्र की जांच की मांग करते है और जल्द से जल्द अयोग्य घोषित करके उनकी सदस्यता खत्म किया जाए। अन्य बीजेपी पार्षदों की जानकारी भी हमारी टीम एकत्रित कर चुकी है जल्द ही कुछ तथ्यों के साथ जनता के सामने प्रस्तुत करेंगे।