शासकीय महाविद्यालय भिलाई-3 में गरबा ‘नव उमंग -3’ का उल्लासमय आयोजन

भिलाई। भिलाई-3 स्थित डॉ खूबचंद बघेल शास. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में नवरात्रि के पावन अवसर पर गरबा ‘नव उमंग -3’ का उल्लासमय आयोजन वाणिज्य विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष शशिकांत बघेल, विशिष्ट अतिथि विपिन चंद्राकर, सांसद प्रतिनिधि एवं पूर्व अध्यक्ष जन भागीदारी समिति, चंद्र प्रकाश पांडेय, उप नेता प्रतिपक्ष, भिलाई चरोदा नगर निगम; तुलसी ध्रुव, तेजस पाल एवं प्राचार्य डॉ अमृता कस्तूरे की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का महाविद्यालय प्रांगण में पुष्प गुच्छ से स्वागत करते हुए की गई। इसके बाद अमर स्वतंत्रता सेनानी डॉ खूबचंद बघेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और मां अंबे पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। स्वागत की कड़ी में अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत प्राचार्य द्वारा किया गया। नवनियुक्त जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष शशिकांत बघेल का परिचय उमा आडिल ने दिया।

उद्बोधन कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग की अध्यक्ष डॉ अल्पना दुबे ने गरबा उत्सव का इतिहास और महत्व बताया। प्राचार्य ने नवनियुक्त अध्यक्ष एवं सदस्यों को बधाई देते हुए महाविद्यालय के विकास में जन भागीदारी के सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। विपिन चंद्राकर ने अपने अनुभव साझा करते हुए महाविद्यालय और गुरुजनों का आभार व्यक्त किया। मुख्य अतिथि शशिकांत बघेल ने नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए महाविद्यालय के विकास में सहयोग की प्रतिबद्धता जताई। कार्यक्रम के अंत में नवसुसज्जित कॉन्फ्रेंस हॉल का शुभारंभ भी किया गया।

रंग-बिरंगे वेशभूषाओं में विद्यार्थियों ने गरबा की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। छात्र-छात्राओं के उत्साह को बनाए रखने के लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। सर्वाधिक सुंदर वेशभूषा में श्रेया पांडे और पूरब सारथी, सुंदर गरबा प्रस्तुति के लिए महेश और जानवी साहू, तथा ऑलराउंडर के रूप में भूपेंद्र को पुरस्कृत किया गया। वाणिज्य विभाग के पूर्व विद्यार्थी अमन सोनी को भी सम्मानित किया गया। प्राचार्य ने सभी को कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन उमा आडिल ने किया। गरबा कार्यक्रम में 70 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और 1000 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।