दुर्ग में आदतन बदमाश की हत्या : पहले शराब पिलाई, फिर बस्ती वालों ने पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, हिरासत में 26 लोग

भिलाई। दुर्ग जिले में एक आदतन बदमाश को लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला। बताया जा रहा है कि 25-30 लोगों ने मिलकर तलवार, कुल्हाड़ी और डंडों से हमला किया। इससे घायल युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने 26 लोगों को हिरासत में लिया है। यह मामला पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के हथखोज का है।

जानकारी के मुताबिक रविवार शाम करीब 5 बजे सुरेंद्र विश्वकर्मा उर्फ आशिक बस्ती के पास ही प्रमोद गबेल से मिला। उसने उसे रोका और शराब पीने के लिए पैसा मांगा। प्रमोद ने पैसा ना होने की बात कही तो सुरेंद्र उसे बुरी तरह पीटा और भगा दिया। थोड़ी देर बाद प्रमोद अपने साथी बहादुर और रामायण के साथ सुरेंद्र के पास पहुंचा। तीनों ने मिलकर सुरेंद्र से कहा कि वह शराब के लिए पैसा लाए हैं। इस तरह बस्ती के लोगों से मारपीट मत किया करो। सुरेंद्र ने पैसों से शराब मंगाई। फिर सभी ने शिव मंदिर के पास साथ बैठकर शराब पी।

जैसे ही तीनों साथी वहां से जाने लगे तो सुरेंद्र ने तलवार निकालकर बहादुर पर हमला कर दिया। प्रमोद ने बहादुर को धक्का दिया और वह भाग निकला। इसके बाद तीनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान शोर सुनते ही घात लगाए बैठे कॉलोनी के करीब 25-30 लोग वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है कि इसमें करीब 10-15 महिलाएं भी थीं। सभी के हाथ में लाठी, कुल्हाड़ी, दरांती जैसे हथियार थे। पहुंचते ही उन्होंने सुरेंद्र पर वार करना शुरू कर दिया। हमले से वह वहीं गिर पड़ा।

बस्ती वालों ने पहले से बनाई थी हत्या की प्लानिंग

पुलिस का कहना है कि सुरेंद्र उर्फ आशिक का इतना आतंक हो गया था कि बस्ती के लोग काफी परेशान थे। प्रमोद गबेल से मारपीट के बाद ही परिवार और बस्ती वालों ने हत्या की साजिश रची थी। आशिक चोर को मरा समझने के बाद बस्ती के लोगों ने खुद पुरानी भिलाई पुलिस को देर रात फोन किया। सीएसपी हरीश पाटिल का कहना है कि पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को सुपेला अस्पताल लेकर गई। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे दुर्ग जिला अस्पताल भेजा गया। वहां पहुंचते ही आशिक ने दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया है।

26 लोगों से पूछताछ कर रही पुलिस

सीएसपी हरीश पाटिल का कहना है कि हत्या की वारदात को करीब 25-30 लोगों ने अंजाम दिया है। पुलिस 26 लोगों से पूछताछ कर रही है। इसमें 10 महिलाएं भी हैं। पुलिस उनसे ये पूछ रही है कि आखिर तलवार और कुल्हाड़ी या अन्य घातक हथियार किसने चलाया है। इसके बाद पुलिस मामला दर्ज करेगी। पूछताछ जारी है।