बेमेतरा। छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने आज बेमेतरा जिले के देवरबीजा स्थित खादी उत्पादन केंद्र का भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र की कार्यप्रणाली, उत्पादन क्षमता तथा श्रमिकों की स्थिति का अवलोकन करते हुए महिलाओं और बुनकरों से संवाद स्थापित किया। देवरबीजा खादी उत्पादन केंद्र में वर्तमान में कुल 129 महिला कत्तिन एवं 11 बुनकर समर्पण भाव से खादी वस्त्र निर्माण में संलग्न हैं।

यह केंद्र ग्रामीण रोजगार, महिला सशक्तिकरण और स्वदेशी उत्पादों के संवर्धन का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभर रहा है। पांडेय ने अपने वक्तव्य में कहा: “यह कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प तथा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में किया जा रहा है। खादी केवल वस्त्र नहीं, बल्कि देश की संस्कृति, स्वावलंबन और स्वाभिमान का प्रतीक है।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र को तकनीकी उन्नयन, डिज़ाइन नवाचार, प्रशिक्षण एवं विपणन के लिए खादी बोर्ड द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। साथ ही उन्होंने कर्मचारियों से गुणवत्ता एवं नवाचार पर निरंतर ध्यान देने का आग्रह किया।

इस अवसर पर स्थानीय प्रशासन के अधिकारीगण, ग्राम पंचायत प्रतिनिधिगण, खादी बोर्ड के अधिकारी तथा क्षेत्रीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। महिला कर्मियों एवं बुनकरों ने अध्यक्ष पांडेय से अपने अनुभव साझा किए और शासन की योजनाओं के प्रति आभार व्यक्त किया। पांडेय ने अंत में यह कहा कि छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप, प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित कर स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। देवरबीजा उत्पादन केंद्र इसी संकल्प का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
