भिलाई। 31 अगस्त को राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मु का दो दिन के प्रवास मे छत्तीसगढ़ मे आगमन हुआ था। जिसमे एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मु से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की 8 वीं अनुसूची मे शामिल करने की मांग की है। बता दे की एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी प्रतिनिधि मंडल द्वारा राष्ट्रपति को समय मांगा गया था जिसे सहज ही स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मु ने रायपुर प्रवास के दोरान मिलने का समय दिया था।

1 सितंबर को राजभवन मे राष्ट्रपति से छात्र संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात किया। संगठन की ओर से राष्ट्रपति से दो प्रमुख मुद्दों पर निवेदन किया गया जिसमे पहला छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की 8 वीं अनुसूची शामिल करना तथा दूसरा प्रधानमंत्री के घोषणा अनुरूप छतीसगढ़ राज्य मे चिन्हित समस्त पीएम स्कूल में छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्रों को प्राथमिकता देने की मांग की गई। साथ ही छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर बैलगाड़ी तथा बेलन का प्रतीक भी भेंट किया गया, जिसे राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू के द्वारा सहज ही स्वीकार किया गया तथा संबंधित मंत्रालय को त्वरित कार्यवाही हेतु आश्वाशन दिया गया।

इस अवसर पर छात्रसंगठन के प्रतिनिधि मंडल विनय बघेल, ऋतुराज साहु, संजीव साहु, हितेश तिवारी, ओमप्रकाश, पुजा पर्गनिया, यामिनी, अदिति, जिनेंद्र यादव उपस्थित रहे।

