मणिपुर में कुकी समुदाय की महिलाओं के साथ हुई यौन हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान सामने आया है। 20 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले पीएम मोदी ने संसद के बाहर मीडिया को सम्बोधित किया। उन्होंने मणिपुर की घटना को लेकर कहा कि वो इससे बहुत दुखी हैं। बयान में प्रधानमंत्री ने दो और राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ का भी नाम लिया।
PM मोदी ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा,
मणिपुर के हालात देखकर मेरा ह्रदय दुःख और क्रोध से भरा हुआ है. किसी भी तरह की हिंसा को बातचीत से सुलझाया जा सकता है. मणिपुर का वीडियो परेशान करने वाला है, (महिलाओं के साथ) जो घटना सामने आई है वो अस्वीकार है. किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली है. पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं कौन हैं, वे अपनी जगह पर हैं. लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है. 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है. जिन्होंने ये कृत्य किया है उन्हें माफ़ नहीं किया जाएगा. मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पीएम मोदी ने आगे कहा,
मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें. खासकर हमारी माताओं और बहनों की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं. घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो. इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार में राजनीति से ऊपर उठकर के कानून व्यवस्था महत्व और नारी सम्मान होना चाहिए.
अब राजस्थान और छत्तीसगढ़ दोनों में कांग्रेस का शासन है। ऐसे में प्रधानमंत्री के बयान को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई। मणिपुर में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाये जाने के शर्मनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गयी हैं। पीएम मोदी ने अपने दिये बयान में छत्तीसगढ़ का भी जिक्र किया गया। जिस पर सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव, मंत्री तमराध्वज साहू ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए ट्वीट कर पलटवार किया हैं। वहीं इस मामल पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मणिपुर मामले में प्रधानमंत्री पहली बार सामने आए। पीएम ने अपने बयान में छत्तीसगढ़ का नाम क्यों लिया, ये समझ से परे है। मणिपुर जैसी घटना छत्तीसगढ़ में कभी भी नहीं हुई।
प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर डिप्टी सीएम सिंहदेव ने ट्वीट कर पलटवार किया हैं। ट्वीट में डिप्टी सीएम ने कहा कि….80 दिन… इतना वक्त लगा प्रधानमंत्री को मणिपुर बोलने में, गुस्सा आने में! और आज जब बोले भी तो ऐसा मानो, देश को नहीं चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हों। प्रधानमंत्री जी क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें कि हमारे प्रदेश में कानून व्यवस्था बरकरार है, सुरक्षित शासन में है। NCRB के मुताबिक छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामले 62 प्रतिशत कम हुए हैं, पहले की भाजपा सरकार के मुकाबले। इसलिए जब मणिपुर की ओर आखिरकार आपका ध्यान गया है, तो कृपया वहां फैली हिंसा और नफरत मिटाएं। मणिपुर के भाइयों-बहनों को शांति की ज़रूरत है।
गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में मणिपुर घटना में जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री ने कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ का नाम लेकर कानून व्यवस्था सख्त करने की बात कही हैं। उससे एक बार फिर राजनीति गरमा गयी हैं। कांग्रेस के डिप्टी सीएम के साथ ही गृहमंत्री ने भी प्रधानमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी आने का दावा करते हुए पलटवार किया हैं।