दुर्ग। शहर के प्रत्येक घरों में रोगाणुमुक्त पानी घरों तक पहुंचाने का दायित्व नगर निगम का है। वर्तमान में क्षेत्र के 11, 24 व 42 एमएलडी फिल्टर प्लांट से संबंधित सभी ओव्हरहेड टैंको में सप्लाई किया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व ही ओव्हरहेड टैंक व सम्वेल की सफाई की गई है। वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने कहा कि दुर्ग-भिलाई शहर के आस-पास के क्षेत्रों में जलजनित बीमारी से डायरिया के मरीज मिल रहे है। इसे ध्यान देते हुए सक्रामक रोगों से बचाव आवश्यक है। पूर्व में भारी वर्षा से नदी के पानी में गदंगी बढऩे से इंटकवेल में कचरा आने के कारण पानी अवरुद्ध होने की शिकायत में बढ़ोत्तरी हुई थी।

इंटकवेल के माध्यम से फिल्टर प्लाट से होकर घरो में पेयजल सप्लाई के समय निगम द्वारा एलम फीटकरी का उपयोग किया जाता रहा है व लंबे समय से मिशन अमृत योजना के अंतर्गत स्थापित किया गया क्लोरिन गैस का प्लांट 3 वर्ष में भी उपयोगी साबित नहीं हो सका है । जिसे अमृत मिशन योजना के तहत लगाया गया था एवं आवश्यक मटेरियल की निविदा प्रक्रिया अब तक पूर्ण नहीं कि गई है। इस पर आयुक्त द्वारा संज्ञान लेकर त्वरित कार्यवाही की आवश्यता है। वोरा ने निरीक्षण के दौरान फिल्टर प्लाट में मौजूद कैमिस्ट से प्रतिदिन शहर की अलग-अलग वार्डो से आए पानी सेम्पल की जांच रिपोर्ट भी देखा और जाना की आमजन को कितना शुद्ध पेयजल की सप्लाई हो रही है।

वोरा ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि निगम उपलब्ध संसाधनों का जनहित में बेहतर उपयोग करे जिससे जनता को शुद्ध पेयजल जैसी नितांत मूलभूत सुविधा निर्बाध रूप से प्राप्त हो सके। इस दौरान एमआईसी सदस्य दीपक साहू, एल्डरमेन राजेश शर्मा, अजय जैन, प्रकाश गीते उपस्थित थे।

