भिलाई नगर। उड़ीसा के उद्योग मंत्री प्रताप केसरी देब (उद्योग,एमएसएमई एवं ऊर्जा) ने बीएसपी एंसीलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन को अपने राज्य में एंसीलरी और एमएसएमई उद्योग लगाने का आमंत्रण दिया है। छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सीमा से लगे खरियार रोड के समीप छोटे उद्योगों के लिए उड़ीसा सरकार ने काफी जमीन सुरक्षित रखी हुई है। यहां आने वाले उद्योगों के लिए जमीन एवं बिजली के लिए सब्सिडी देने के साथ तमाम सहूलियतें देने की बात कही है।
एंसीलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष रतन दासगुप्ता के नेतृत्व में एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में उद्योग मंत्री केसरी देब से मिला। दासगुप्ता ने बताया कि उड़ीसा के उद्योग मंत्री केसरी देब से मुलाकात के दौरान एंसईलरी एवं एमएसएमई उद्योगों को लेकर काफी देर तक चर्चा हुई। इस दौरान प्रदीप जेना, चीफ सेक्रेट्री, हेमंत शर्मा, प्रिंसिपल सेक्रेट्री, परिधि अग्रवाल, डिप्टी जनरल मैनेजर, उद्योग विभाग, उड़ीसा सरकार के उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री केसरी देब ने एंसीलरी अध्यक्ष दासगुप्ता को आमंत्रण दिया कि वे एंसीलरी एवं एमएसएमई उद्योगों को उनके राज्य में लाएं। उड़ीसा में 40 मिलियन टन तक के स्टील प्लांट चल रहे हैं। उन्हें कल पुर्जों के लिए एंसीलरी उद्योगों की जरूरत है। और इसके लिए खरियार रोड में काफी जमीन सुरक्षित रखी गई है। जो भी एंसीलरी और एमएसएमई उद्योग यहां आएंगे उन्हें उड़ीसा सरकार द्वारा स्टेट जीएसटी में 300% तक सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही बिजली कनेक्शन दर में 200% की छूट के साथ बिजली बिल में भी 2 रू प्रति यूनिट की छूट दी जाएगी।
यहां आने वाले उद्योगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्हें जो भी सुविधाएं चाहिए होंगी उड़ीसा सरकार तत्काल उपलब्ध कराएगी। यदि यहां के स्थानीय श्रमिकों को उद्योग में काम मिलेगा तो ईएसआई में श्रमिक की ओर से दिया जाने वाला अंशदान उड़ीसा सरकार वाहन करेगी।
प्रतिनिधिमंडल में सीआईआई के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ सदस्य उमेश चितलांगिया, महासचिव श्याम अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवि सहगल, उपाध्यक्ष शशि भूषण, कार्यकारणी सदस्य वरुण घोष, योगेश गुप्ता एवं चरणजीत सिंह शामिल थे।चर्चा पश्चात उद्योग मंत्री द्वारा एंसीलरी अध्यक्ष दासगुप्ता का मोमेंटो देकर स्वागत किया गया।
अध्यक्ष दासगुप्ता ने इस मुलाकात को उद्योगों के लिए काफी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर जल्द ही एंसीलरी एसोसिएशन की एक बैठक बुलाएंगे। जिसमें मुलाकात के दौरान हुई चर्चा की विस्तार से जानकारी देंगे।