दुर्ग। दुर्ग के लाल राजेंद्र देशमुख ने कमाल कर दिखाया है। दुर्ग शहर के निकट के गांव कोलिहापुरी निवासी क्रिकेट खिलाड़ी राजेंद्र देशमुख अब भारत की टीम से अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लेंगे। छत्तीसगढ़ के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर (दिव्यांग) राजेंद देशमुख आज अपनी अंतर्राष्ट्रीय मैच में भाग लेने दुर्ग से निकले हैं। 22 साल का राजेंद्र देशमुख पिछले 7 सालों से राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा है। विभिन्न मैचों में उनके ऑल राउंडर परफार्मेंस को देखकर डीसीसीबीआई ने उनका चयन किया है।

अंतर राष्ट्रीय क्रिकेट तक पहुंचने में राजेंद्र देशमुख को उनके चाचा मोरध्वज देशमुख का सर्वाधिक सहयोग मिला। इंटरनेशनल क्रिकेट के अपने इस मुकाम पर पहुंचने का श्रेय कोच व प्रशिक्षक को पूरी तरह देते हैं। मूलतः बालोद जिले के छोटे से गांव बूढ़ानपुर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने निकले राजेंद्र देशमुख की सफलता की कहानी छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणादाई है। अविभाजित मध्यप्रदेश में भिलाई राजेश चौहान छत्तीसगढ़ से अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी थे।

छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में अंतरराष्ट्रीय स्तर तक शायद कोई खिलाड़ी नहीं पहुंचा है। इस लिहाज से राजेंद्र देशमुख की उपलब्धि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गौरवमई है। एक बातचीत में क्रिकेटर राजेंद्र देशमुख ने बताया कि नासिक की मैच मे अच्छा प्रदर्शन के बेस पर भारत और नेपाल के बीच होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय T20 क्रीकेट मैच मे चयन हुआ है। यंग क्रिकेटर राजेंद्र देशमुख ने अपनी इस उपलब्धि के लिए डीसीसीबीआई के अध्यक्ष हारून रसीद और CDAC के अध्यक्ष सलीम जी को धन्यवाद दिया है।


