न्यायधानी में बवाल: युवक पर सालों से रेप करने का आरोप… पीड़िता की मां को पुलिस ने इस मामले में भेजा जेल, जमकर विरोध प्रदर्शन… आरोपी के घर में घुसी भीड़, SP ने TI को किया लाइन अटैच; जानिए पूरा मामला

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के रतनपुर में आज सुबह से ही विवाद चल रहा है। दरहसल ये पूरा मामला रेप केस से जुड़ा हुआ है। आमतौर पर मारपीट जैसे छोटे-मोटे मामलों में काउंटर केस बनाने वाली पुलिस का नया करतूत सामने आया है। इस बार पुलिस ने रेप जैसे गंभीर केस में पीड़ित लड़की की मां पर ही काउंटर केस दर्ज करके जेल भेज दिया है। विधवा महिला पर आरोप है कि 10 साल के बच्चे के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया है। इधर, रेप पीड़िता ने TI पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, मेरे केस को कमजोर किया जा रहा है और रेप के आरोपी को बचाने के लिए मेरी मां को जेल भेज दिया गया है। रविवार को रेप पीड़िता के आरोपी के घर का मेन गेट तोड़कर उग्र भीड़ घुसकर नारेबाजी कर रही है। इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। दैनिक भास्कर डिजिटल की एक रिपोर्ट के अनुसार समझिये पूरा मामला…

फोर्स प्रदर्शनकारियों को शांत कराने का लगातार प्रयास कर रही है। इस मामले में रतनपुर में पुलिस की संदिग्ध कार्यप्रणाली से नाराज होकर आज रतनपुर बंद किया गया है। हिंदू संगठन के प्रदर्शन के बाद एसपी संतोष सिंह ने रतनपुर टीआई को लाइन अटैच कर दिया है। भारी मात्रा में पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। एडिशनल SP सिटी राजेंद्र जायसवाल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में एक दल का गठन किया है। इस टीम में SDOP कोटा सिद्धार्थ बघेल और निरीक्षक परिवेश तिवारी को भी शामिल किया गया है। 7 दिन के अंदर जांच टीम को रिपोर्ट देनी होगी।

सालों से कर रहा था रेप
पीड़ित लड़की बोली, 4 साल पहले जब वह स्कूल में पढ़ती थी, तब उसकी पहचान आफताब से हुई थी। आरोपी ने उससे दोस्ती करके प्यार का इजहार किया था। लड़की उसके झांसे में आ गई। फिर लड़का उसे अपने साथ घुमाने ले जाने के बहाने उसके साथ रेप किया था। बदनामी के डर से युवती ने किसी को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी उसके साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा।

रेप पीड़िता के मां को भेजा जेल
रतनपुर में रेप पीड़िता की मां को जेल भेजने के बाद उपजे तनाव के हालात को शांत करने ASP राजेंद्र जायसवाल रतनपुर पहुंचे, जहां उन्होंने सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें उन्होंने जांच समिति गठित करने और टीआई को लाइन अटैच करने की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने आंदोलन को खत्म करने की समझाइश दी। लेकिन, संगठन के पदाधिकारी आंदोलन समाप्त करने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने टीआई को हटाने के निर्णय का स्वागत किया। साथ ही कहा कि जब तक पीड़िता की मां को न्याय नहीं मिल जाता आंदोलन जारी रखने की बात कही है।

दरअसल पुलिस को दुष्कर्म के आरोपी के परिजनों ने 19 मई को पीड़िता की मां के खिलाफ थाने में शिकायत की। उसी दिन एफआईआर दर्ज हुआ। एफआईआर से पहले ही महिला को गिरफ्तार कर लिया गया था। इतना ही नहीं उसी दिन महिला को जेल भी भेज दिया गया। महिला को अपना पक्ष रखने तक का मौका नहीं दिया गया।

थाने का घेराव
इसके साथ ही उन्होंने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। इधर, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने शहरवासियों के साथ बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाने को लेकर चर्चा की जाएगी। रेप पीड़िता की मां को जेल भेजने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने शनिवार को भी देर शाम रतनपुर थाने का घेराव करके जमकर हंगामा किया। उन्होंने टीआई समेत जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने और पीड़िता को न्याय देने की मांग की है। आज रतनपुर बंद है। बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट मूड पर है।

जमकर विरोध-प्रदर्शन
दरअसल, शनिवार को पीड़िता और हिंदूवादी संगठन के लोग इस केस की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर एडिशनल SP सिटी राजेंद्र जायसवाल से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान ASP ने कानून के अनुसार कार्रवाई करने की बात कह दी। साथ ही कहा कि दस साल के बच्चे के साथ जो घटना हुई है, उस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस केस में रेप पीड़िता से कोई लेना देना नहीं है। उनके इस जवाब से असंतुष्ट हिंदूवादी संगठन के लोगों ने प्रदेश भर के लोगों को रतनपुर बुला लिया और थाने का घेराव करके विरोध-प्रदर्शन करने लगे।

महिला की गिरफ्तारी पर TI ने क्या कहा ?
TI कृष्णकांत सिंह ने कहा, जिस युवक पर रेप का आरोप है, उसी युवक के घर 10 साल का लड़का रायपुर से आया था। वह एक दिन मोहल्ले की दुकान में फ्रूटी लेने जा रहा था, तभी विधवा महिला उसे चॉकलेट देने के बहाने अपने घर ले गई, और नाबालिग बच्चे के प्राइवेट पार्ट से छेड़खानी की। बच्चे के रोने पर किसी को यह बात बताने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद से बच्चा सदमे में आ गया था।इस घटना के कुछ ही दिन बाद बच्चे की मां रतनपुर आई और उसे लेकर रायपुर चली गई। वहां उसका बेटा गुमशुम और डरा-सहमा रहता था। बेटे से पूछने पर उसने पूरी आपबीती बताई। इसके बाद उसे रतनपुर लाकर उस महिला की पहचान कराई गई।

केस दर्ज कराने के बाद मिली धमकी
रेप पीड़ित लड़की ने बताया, केस दर्ज कराने के बाद से उन्हें डराया-धमकाया गया। इसके साथ ही पैसों की लालच देकर समझौता कराने की कोशिश की गई। लेकिन, हम लोग तैयार नहीं हुए, तब TI के साथ मिलकर मां पर झूठे आरोप लगाकर केस बना दिया गया है। इस मामले में पुलिस और आरोपी के परिवार वाले मिले हुए हैं। हम गरीब हैं, हमारा कोई नहीं है। इसलिए इस तरह से साजिश रची गई है।