भिलाई। भिलाई के माइलस्टोन एकेडमी में जूनियर विंग में न्यू नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 पर सेमिनार का आयोजन किया गया। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को प्रभावी बनाने के लिए इसके कई पहलुओं पर योजना बनाकर काम किया जा सकता है। इससे न सिर्फ नई नीति ज्यादा प्रभावी होगी, बल्कि वह बच्चों के लिए कारगर साबित होगी।


छोटे बच्चों की शिक्षा में इसके इन्हीं अलग-अलग पहलुओं को प्रभावी बनाने के लिए ECA (अर्ली चाइल्डहुड एसोसिएशन) छत्तीसगढ़ भिलाई में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को प्रैक्टिस में कैसे लाया जाए विषय पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन शनिवार दिनांक 25 फरवरी को आयोजित हुआ। इसमें विषय विशेषज्ञ अपनी स्पीच और पैनल डिस्कशन के साथ इसे और प्रभावी बनाया।

फ्रेमवर्क पर चर्चा
इसी कड़ी में सुबह साढ़े नौ बजे से पैनल डिस्कशन की शुरुआत हुई। इसका टॉपिक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क था। मॉडरेटर की भूमिका माइलस्टोन एकेडमी की डायरेक्टर व टेरिटरी हेड ईसीए छत्तीसगढ़ डॉ. ममता शुक्ला रायपुर एवं अजीत ववंडकर निभाएंगें जबकि पैनलिस्ट के रूप में अदिति गुप्ता, रीता शर्मा, जुम्मन जफर, रश्मि डायरेक्टर व चारुता जोशी मौजूद थी।

स्पोर्ट्स एवं अनुभवात्मक शिक्षा पर विमर्श
अगले सत्र में खेल एवं अनुभवात्मक शिक्षा पर स्पीच के साथ ही पैनल डिस्कशन हुआ। इसमें स्पीच भूपेंद्र नेमा कार्यकारी निदेशक बीएनआई भिलाई ने दिया। जबकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में चुनौतियां विषय पर पैनल डिस्कशन इस सत्र में हुआ। इसमें मॉडरेटर की भूमिका गुरुबख्श छाबड़ा होंगे। वहीं पैनलिस्ट के रूप में प्रफुल्ल शाह, भानु सोनी, चिरंजीव जैन शामिल हुए।

मातृभाषा में शिक्षा और NEP
अंतिम कड़ी में मातृभाषा और नई शिक्षा नीति (NEP) पर भाषण के बाद अंत में माइल स्टोन एकेडमी के एकेडमिक मेंटर एस. चंद्रा ने समापन वक्तव्य दिया और फिर ओपन फोरम के बाद लंच हुआ। इसके साथ ही इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का समापन हुआ।

प्रमाण पत्र का हुआ वितरण
आपको बता दें कि इस पूरे कार्यक्रम में प्रस्तोता की भूमिका मृदु लखोटिया व निखिल शाह ने निभाया। वहीं इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अर्ली चाइल्डहुड एसोसिएशन (ECA) छत्तीसगढ़ की ओर से प्रमाण-पत्र दिया गया।

