दुर्ग। भिलाई के दिल्ली पब्लिक स्कूल की पांच वर्षीय छात्रा से कथित लैंगिक छेड़छाड़ के मामले में दो महीने के बाद जिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसके लिए दुर्ग आईजी ने 8 सदस्यीय पुलिस अधिकारियों की SIT बनाई है, जिसमें दुर्ग जिले कि किसी भी अधिकारी को शामिल नहीं किया गया है।

बता दे कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर में कांग्रेस के सभी नेताओं की उपस्थिति में पत्रकार वार्ता कर इस मामले को दुर्ग एसपी द्वारा दबाने का प्रयास किए जाने का आरोप लगाया था। इसके बाद इस राजनीति से आहत परिजनों ने अपने बच्चे की टीसी के लिए आवेदन किया, जिसमें दुर्व्यवहार (Abuse) शब्द का इस्तेमाल किया गया है। इस आवेदन को आधार मानकर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर की जांच करने के लिए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने बालोद और बेमेतरा जिले के महिला एडिशनल एसपी सहित 8 पुलिस अधिकारियों की जांच कमेटी बनाई है। अब यह टीम मामले की जांच करेगी।
दरअसल 5 जुलाई 2024 को यह मामला सामने आने के बाद दुर्ग पुलिस एसपी के निर्देश पर महिला एडिशन एसपी पद्मश्री तंवर के माध्यम से पूरे मामले की जांच की गई थी। इसके अलावा अफसरों ने जांच के बाद दावा किया था कि मामले में बच्चे के साथ कोई भी लैंगिक छेड़छाड़ की घटना नहीं हुई है। इसके अलावा परिजनो के लिखित बयान का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने किसी भी प्रकार का कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं कराने की बात कही। मामले के लगातार राजनीतिकरण होने के बाद पुलिस ने सोमवार को रिपोर्ट दर्ज की थी। अब बनाई गई sit कमेटी सीधे आईजी राम गोपाल गर्ग को जांच रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने बालोद और बेमेतरा जिले के एएसपी, डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के अफसर को जांच का जिम्मा सौंपा है।