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दुर्ग संभाग में अजब-गजब मामला: थाने पहुंचकर शख्स ने कहा – साहब मुझे आत्मा परेशान करती है, सब ने मान लिया मानसिक रूप से विक्षिप्त, जब उसके बताए जगह पर हुई खुदाई तो मिला कंकाल, कटे-फटे कपडे और… जानिए क्या है पूरा मामला

दुर्ग संभाग में अजब-गजब मामला: थाने पहुंचकर शख्स ने कहा – साहब मुझे आत्मा परेशान करती है, सब ने मान लिया मानसिक रूप से विक्षिप्त, जब उसके बताए जगह पर हुई खुदाई तो मिला कंकाल, कटे-फटे कपडे और… जानिए क्या है पूरा मामला

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में अजब गजब मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने थाना में पहुंचकर कहा कि उसने 20 साल पहले 2003 में अपने दोस्त की हत्या कर दी थी और लाश को दफना दिया था, तब से उसकी आत्मा मुझे परेशान कर रही है। इस पर जब पुलिस-प्रशासन ने खुदाई की तो शव के अवशेष निकले हैं। खुदाई में कटे-फटे कपड़े, हड्डियों के 7 टुकड़े और एक रुपए का सिक्का बरामद हुआ है। मामला बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम करकाभाट का है।

मिली जानकारी के मुताबिक,आरोपी टीकम कोलियार (38 साल) और गांव के ही छवेश्वर गोयल की आपस में दोस्ती थी। उस वक्त दोनों दोस्तों की उम्र करीब 18 साल थी। टीकम का एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो आज उसकी पत्नी है। उसकी प्रेमिका अश्विनी कोलियार पर उसका दोस्त छवेश्वर गलत नीयत रखता था।

वो अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता रहता था, युवती ने अपने प्रेमी से भी ये बात बताई थी। तो उसने दोस्त को समझाया था। लेकिन फिर भी एक दिन छवेश्वर ने अश्विनी के साथ रेप करने की कोशिश की। जब इसकी जानकारी टीकम को लगी तो उसने छवेश्वर की पीट-पीटकर मार डाला। लाश को गांव से 300 मीटर दूर करकाभाट जलाशय के पास दफना दिया था।

इधर छवेश्वर गोयल के लापता होने पर उसका परिवार परेशान था। उन्होंने उसे इधर-उधर काफी खोजा, लेकिन वो नहीं मिला। 2003 में ही उन्होंने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। लेकिन पुलिस उसे नहीं ढूंढ पाई थी। वहीं आरोपी ने अपनी प्रेमिका से शादी कर ली। शादी के बाद भी उसने अपनी पत्नी तक को नहीं बताया कि वो अपने दोस्त की हत्या कर चुका है।

टीकम और उसकी पत्नी के इस बीच 2 बच्चे हुए। वारदात के कुछ सालों के बाद से आरोपी परेशान रहने लगा। वो दोस्त की आत्मा सताने की बात करने लगा। 2021 में वो गांव वालों और पत्नी से कहने लगा कि उसने 2003 में अपने दोस्त को मारकर दफन कर दिया था। वो उस वक्त गांव वालों के सामने थाने भी गया था और अपना जुर्म कबूल भी किया था। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस-प्रशासन ने 3-4 बार अलग-अलग जगहों पर खुदाई भी कराई थी, लेकिन लाश नहीं मिलने पर गांव वालों और पुलिस दोनों ने ये मान लिया था कि टीकम मानसिक रूप से विक्षिप्त है।

इधर टीकम हमेशा सबसे यही कहता रहा कि उसने अपने दोस्त की हत्या कर दी है। उसकी आत्मा मेरे सपने में आती है। वो मुझे दिन-रात दिखता है। उसकी आत्मा मुझे परेशान कर रही है। मृतक के पिता लगातार पुलिस के अलावा बड़े अधिकारियों को आवेदन दे रहे थे और पूरे मामले की जांच कराने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि उनका बेटा लापता नहीं हुआ है, बल्कि उसकी हत्या की गई है।

मृतक के पिता जगदीश गोयल ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से एक बार फिर बेटे की हत्या की जांच की गुहार लगाई और कहा कि आरोपी टीकम जहां बता रहा है, वहां फिर से खुदाई कराई जाए। जिसके बाद SDM शीतल बंसल के आदेश पर 19 अप्रैल बुधवार को पुलिस, तहसीलदार परमेश्वर मंडावी और डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में आरोपी की निशानदेही पर जेसीबी से खुदाई करवाई गई। खुदाई में 7 हड्डियां, कपड़े और एक रुपए का सिक्का बरामद हुआ है। सभी सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

इस मामले में सहायक उपनिरीक्षक कांता राम ने बताया, एसडीएम के आदेश पर खुदाई की गई है। उनके मुताबिक करकाभाट डैम की तरफ खुदाई की गई है। जहां पर 7 हड्डियां और कपड़े मिले हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक जांच के बाद ही इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि ये हड्डियां इंसान की हैं या फिर जानवर की। वहीं थाना प्रभारी नवीन बोरकर ने बताया कि जगदीश गोयल की शिकायत पर और टीकम की निशानदेही पर फिर से खुदाई की गई है और अभी मर्ग कायम किया गया है। जांच के बाद आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा। एएसपी हरीश राठौर ने कहा कि अगर फॉरेंसिक जांच में मानव अस्थियों के होने का पता चलता है, तो उसका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। उसकी भी रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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