- मेडिसेटर ई-क्लिनिक मेडिकल स्टोर्स और दवा खरीदने वालों के लिए फायदेमंद
- मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना के अंतर्गत मिला अनुदान
- मेडिकल स्टोर्स मे ही डॉक्टर्स से बात कर पर्ची मंगवा पाएंगे मरीज़।
- भिलाई के हर्षित ताम्रकार ने किया है ये इनोवेशन स्टार्टअप
भिलाई। अब एक्सपर्ट्स डॉक्टरों से टाइम लेने का झंझट खत्म होने वाला है। क्योंकि अब आ गया है मेडिशटर ई-क्लिनिक। यह हर मेडिकल स्टोर्स के बाहर आपको नजर आएगा। जहां जाकर आप सीधे विशेषज्ञ डॉक्टरों से इंट्रैक्ट कर सकते हैं। डॉक्टरों को अपनी समस्या बता सकते हैं, जिसकी दवाई आपको मेडिकल स्टोर्स में आसानी से मिल जाएगी। यह स्टार्टअप है। जिसे नाम दिया गया है मेडिशटर ई-क्लिनिक। इसके अविष्कारक हर्षित ताम्रकार है जो अपने पिता श्री गणेश ताम्रकार को अपना आदर्श मानते हैं। उनके मार्गदर्शन पर ही काम करते हैं।
भिलाई के रहने वाले हर्षित को राज्य की भूपेश सरकार से फंड मिला है और हर्षित ने शानदार ई-क्लिनिक का निर्माण किया। अब इसकी चर्चा प्रदेशभर में हो रही है। राज्य की मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार के माध्यम से फंड मिला है। स्टार्टअप से मरीजों को कम फीस मे तुरंत ही विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा सटीक इलाज मिल पायेगा।

हर्षित ने बताया कि, आमतौर पर लोगों को डॉक्टरों के पास लंबी लाइन लगानी होती है। इंतजार करना होता है। कभी कभी तुरंत डॉक्टर्स की सलाह की जरुरत होती है लेकिन नहीं मिल पाती है। अब ऐसा नहीं करना होगा। मेडिशटर ई-क्लिनिक हर मेडिकल स्टोर्स में उपलब्ध रहेगा। इस ई-क्लिनिक में 15 से 20 विशेषज्ञ डॉक्टरों की केटेगरी है जिनसे ऑनलाइन संपर्क कर सकते हैं। जिस रोग से संबंधित डॉक्टर हैं, वो आपको तुरंत वीडियोकॉल के जरिए समाधान करेंगे। वहां पर दवा का ब्यौरा भी देंगे। जिसे दिखाकर आप मेडिकल से दवा ले सकते हैं। इस इ क्लिनिक में है कई शानदार फीचर जो मरीजों के लिए फायदेमंद तो है ही साथ मे दवा दुकानों को भी फायदा मिलेगा। इससे जुड़ने के लिए हर्षित से संपर्क कर सकते हैं उनके मोबाइल 9300988552 पर कॉल करके।

सरकार से मिले फंड का सदुपयोग
राज्य की भूपेश सरकार मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना के तहत अलग-अलग कार्यों के लिए फंड देती है। इच्छुक युवा अपने आइडिया के दम पर राज्य सरकार से फंड ले सकती है। इसके लिए युवा को बताना होगा कि उनका उद्यम कितना फायदेमंद हो सकता है समाज के लिए। हर्षित ने इस बात को साबित किया है कि उनके द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट से समाज को कितना फायदा मिल सकता है।

कोरोनाकाल में भी मेडिशटर से मिला था बड़ा लाभ
आपको बता दें कि कोरोनाकाल में मेडिशटर एप से लोगों को बड़ी राहत मिली थी। यूं कहा जाए तो वरदान थी। क्योंकि, लोग लॉकडाउन में घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। ऐसे में मेडिशटर एप में ऑर्डर देकर लोग घर बैठे दवाई मंगवा रहे थे। हजारों लोगों ने दूर होने के बावजूद दवा मंगाई और अपने परिवार को बड़ी सुविधा प्राप्त की। इसकी सराहना प्रदेश स्तर पर सरकार ने की थी।
कैसे काम करेगा मेडिशटर ई-क्लिनिक…
- हर मेडिकल स्टोर्स पर यह उपलब्ध हो सकता है। इस ई-क्लिनिक के लिए लिए मेडिकल स्टोर्स को पहल करनी होगी।
- ई-क्लिनिक पर जाकर रोग से संबंधित विषय विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
- डॉक्टर हमेशा उपलब्ध रहेंगे, बस पूछताछ कर डॉक्टर से सलाह लेनी होगी।
- डॉक्टर तुरंत सलाह देंगे और सलाह देने के बाद मेडिकल से दवा के लिए रिकमंड भी करेंगे।
- डॉक्टर द्वारा रिकमंड करने के बाद आपको मेडिकल से दवा मिल जाएगी।
- 20 से अधिक प्रकार की बीमारियों का उपचार एक ही ई-क्लिनिक पर मिल जाएगा।
- दवा की पर्ची बार-बार लाने की जरूरत नहीं होगी।
- हिस्ट्री के माध्यम से पुरानी पर्ची दिखाई जाएगी।