भिलाई। 24 साल पुराने नगर निगम भिलाई को 22वां कमिश्नर मिल गया। युवा आईएएस को निगम की जिम्मेदारी दी गई है। वैसे तो भिलाई निगम आईएएस के लिए लक्की माना जाता है। जो भी यहां कमिश्नर बनकर आते हैं, इसके बाद अगली पोस्टिंग कलेक्टर की होती है। यानि कि भिलाई निगम के बाद सीधे कलेक्टरी मिलती है।


इस बार रोहित व्यास कमिश्नर बनकर आए हैं। 2017 बैच के युवा आईएएस हैं। अब तक 22 कमिश्नर हो चुके हैं। यानि कि 24 साल पुराने इस निगम में हरेक कमिश्नर की एवरेज वर्किंग ईयर सवा साल रहता है। इसके बाद ट्रांसफर या हटा दिए जाते हैं। रोहित व्यास इससे पहले बस्तर जिला पंचायत सीईओ रहे। जहां अपने डिसीजन के लिए मशहूर थे।

नगर पालिक निगम भिलाई के नए आयुक्त रोहित व्यास भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.) ने 7 अक्टूबर दिन शुक्रवार अपरान्ह को कार्यभार ग्रहण किया। आज कार्यालय में निगम के अधिकारियों ने नवनियुक्त आयुक्त का बुके देकर स्वागत किया और अपने विभागीय कार्यों का परिचय दिया। कार्यभार ग्रहण करने के ठीक दूसरे दिन आज सुबह आयुक्त रोहित व्यास ने समीक्षा बैठक आहूत की और शासकीय कार्य तथा विभागीय कार्यों की गहन समीक्षा की। नगर निगम गठन के पश्चात आईएएस रोहित व्यास भिलाई निगम के 22वें आयुक्त है।

तत्कालीन आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने नवनियुक्त आयुक्त को कार्यभार सौंपा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के तहत रोहित व्यास को भिलाई निगम आयुक्त तथा लोकेश चंद्राकर को दुर्ग निगम का आयुक्त नियुक्त किया गया है।

निगम आयुक्त ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद आज विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई। उन्होंने अवैध निर्माण का नियमितीकरण, गोधन न्याय योजना, सी मार्ट, राजीव युवा मितान क्लब, आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मितान योजना, कृष्ण कुंज योजना, कॉलोनी विकास की स्वीकृति, समूह मूलक योजनाएं, जर्जर सड़कों की स्थिति, धन्वंतरी योजना, स्वच्छता एवं पेयजल सप्लाई की जानकारी, डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रणाली,


राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की प्रगति, छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल की जानकारी, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं वाटर हार्वेस्टिंग आदि पर उन्होंने अधिकारियों से जानकारी ली। समीक्षा बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि विभागीय तथा नोडल अधिकारी स्वयं अपने कार्यों की मॉनिटरिंग अच्छे से करें ताकि नागरिक सेवाएं अंतिम छोर तक पहुंच सके। बैठक में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, अधीक्षण अभियंता दीपक जोशी व बी.के देवांगन, उपायुक्त रमाकांत साहू, निगम के जोन आयुक्त, कार्यपालन अभियंता, स्वास्थ्य अधिकारी, भवन अनुज्ञा अधिकारी, लेखा अधिकारी, नोडल अधिकारी, सहायक अभियंता तथा विभाग प्रमुख आदि मौजूद रहे।

