MSME की बैठक में गूंजा नगर निगम द्वारा उद्योगों से संपत्तिकर वसूली का मामला: वेट के पेंडिंग मामले सहित कई गंभीर मुद्दों पर हुई चर्चा… अध्यक्ष झा ने दिया आश्वासन, बोले – सीएम से की जाएगी इस पर चर्चा

भिलाई नगर। एमएसएमई जिला दुर्ग की एक महत्वपूर्ण बैठक संस्था कार्यालय में हुई। बैठक में दो मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा हुई। पहला नगर पालिक निगम द्वारा औद्योगिक क्षेत्र स्थित इकाइयों से संपत्ति कर लेना एवं दूसरा जीएसटी लागू होने से पूर्व के पेंडिंग वेट के मामलों का कोई हल नहीं निकल पाना। बैठक में पदाधिकारियों एवं सदस्यों का स्पष्ट कहना था कि संपत्ति कर पूरी तरह समाप्त किया जाए। वहीं वेट के लंबित मामलों का भी जल्द निराकरण हो।

अध्यक्ष के.के. झा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सदस्यों का कहना था कि नगर निगम द्वारा उद्योगों से संपत्ति कर वसूला जा रहा है, जो की उचित नहीं है। मध्यप्रदेश का उल्लेख करते हुए सदस्य नरसिंह कुकरेजा ने बताया कि मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव, एमएसएमई द्वारा स्पष्ट जानकारी दी गई है कि निकायों को औद्योगिक क्षेत्र स्थित इकाइयों से संपत्ति कर वसूलने का कोई अधिकार नहीं रहता, क्योंकि उनकी जमीन शासन में निहित होती है।

मध्य प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1956 की धारा 136 एवं नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 127 की कंडिका-2 के अंतर्गत औद्योगिक इकाइयों से संपत्ति कर वसूला नहीं जा सकता। इस संबंध में संबंधित विभागों के समक्ष कई बार आपत्ति भी दर्ज की जा चुकी है लेकिन शासन इन मामलों में टालमटोल कर रहा है।

बैठक में सदस्यों ने जीएसटी लगने के पूर्व वेट के लंबित मामलों का जिक्र करते हुए अध्यक्ष झा से इस मामले में पहल करने की मांग की। झा ने बताया कि हाल ही में उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंहदेव को पत्र लिखकर इन मामलों में राहत देने की मांग की है।

झा का कहना था कि उद्योग हित में अब तक जितने भी निर्णय लिए गए हैं वह हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ही लिए गए हैं। उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री बघेल इन मुद्दों का भी सकारात्मक हल निकालेंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा के लिए उनके व्यस्ततम समय से कुछ समय मांगा जाएगा ताकि सभी सदस्यों के साथ उनके साथ एक बैठक की जा सके और इन मुद्दों पर चर्चा की जा सके।

बैठक के अंत में सदस्य नरसिंग कुकरेजा को संपत्तिकर विशेषज्ञ के रूप में नियुक्ति की गई। संपत्तिकर से जुड़े मामले अब वे देखेंगे। बैठक में प्रमुख रूप से संरक्षक एस स्वामीनाथन, महासचिव अंकित मेहता, अरविंदर सिंह खुराना, नरसिंग कुकरेजा, चमन लाल बंसल, व्यास प्रसाद शुक्ला, चरणजीत सिंह खुराना, विजय अग्रवाल, आशुतोष तिवारी, पुष्पा जगवानी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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