CBI Mega Raid in Mahadev Book Betting Case: भिलाई सहित 60 स्थानों पर CBI की बड़ी छापेमारी… पूर्व CM भूपेश और MLA देवेंद्र के बंगले में छानबीन पूरी; इन पुलिसकर्मियों का भी नाम आया सामने

भिलाई। महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले की जांच में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज छत्तीसगढ़ के रायपुर, भिलाई, राजनंदगांव, रायगढ़, और अंबिकापुर में कुल 55 स्थानों पर कार्यवाही की। इसके अलावा, भोपाल, कोलकाता, दिल्ली सहित देशभर के 60 स्थानों पर सीबीआई ने छापे मारे। इस कार्यवाही के दौरान भिलाई के इस्पात नगरी में क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक पूर्ण बहादुर कार्की और भिलाई नगर थाने में तैनात पूर्व क्राइम ब्रांच अधिकारी सहायक उप निरीक्षक शामित मिश्रा, साथ ही छावनी थाने में तैनात आरक्षक अमित दुबे के घरों पर भी छापे की कार्रवाई की गई।

सीबीआई ने सूत्रों के मुताबिक, आरक्षक अमित दुबे और सहायक उप निरीक्षक पूर्ण बहादुर का मोबाइल जप्त कर लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव के बंगले पर भी कार्रवाई की गई। इसके अलावा, भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी डॉ. अभिषेक पल्लव, प्रशांत त्रिपाठी, सौम्या चौरसिया, विजय भाटिया, और मनीष बंछोर के घरों पर की गई छापे की कार्रवाई भी समाप्त हो चुकी है।

सीबीआई की टीम ने पदुम नगर भिलाई-3 स्थित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बंगले पर छापा मारा और रात्रि 9:10 बजे रायपुर के लिए रवाना हो गई। इसके अलावा, भिलाई के सेक्टर 5 स्थित भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के बंगले पर भी सीबीआई ने छापा मारा। टीम रात्रि 8:35 बजे वहां से भी रायपुर के लिए रवाना हो गई। सीबीआई की टीम भिलाई में सभी स्थानों पर कार्यवाही पूरी कर चुकी है और अब टीम राजधानी रायपुर के लिए रवाना हो चुकी है।

यह मामला महादेव बुक नामक एक अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्म से जुड़ा हुआ है, जिसे रवि उप्पल और सौरभ चंद्रकार ने प्रमोट किया था। दोनों वर्तमान में दुबई में हैं। जांच में यह सामने आया है कि इन प्रमोटरों ने अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और बिना रुकावट के संचालन के लिए सरकारी अधिकारियों को “प्रोटेक्शन मनी” के रूप में भारी रकम दी थी। यह मामला पहले आर्थिक अपराध शाखा (EOW) रायपुर में दर्ज किया गया था, जिसे बाद में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सीबीआई को सौंप दिया गया ताकि वरिष्ठ सार्वजनिक अधिकारियों और अन्य आरोपियों की भूमिका की गहन जांच की जा सके। सीबीआई की छापेमारी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।