दुर्ग। श्रुति फाउंडेशन छत्तीसगढ़ संस्था ने महिला स्व सहायता समूहों की बहनों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। रूपलता साहू संस्था की दुर्ग जिला महासचिव एवं शिवाजी महिला स्व सहायता समूह वार्ड 2 की अध्यक्ष के नेतृत्व में वार्ड नंबर 4 गया नगर दुर्ग में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने जागरूक किया गया।


संस्था की संस्थापिका/ अध्यक्ष नीतू श्रीवास्तव ने बताया, बैठक का उद्देश्य महिला रोजगार को बढ़ावा देना एवं महिला सशक्तिकरण को नई दिशा प्रदान करना था। बैठक में स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि वे किस प्रकार विभिन्न प्रकार के उत्पाद—जैसे अगरबत्ती, आचार,मसाले, पापड़, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, सिलाई-कढ़ाई से बने वस्त्र एवं घरेलू उपयोग की वस्तुएं—बनाती हैं।
संस्था की ओर से यह चर्चा की गई कि इन उत्पादों को बाजार तक किस प्रकार पहुँचाया जाए ताकि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
नीतू श्रीवास्तव जी ने कहा कि महिलाओं में अपार क्षमता है, जरूरत है तो सिर्फ उन्हें सही मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और विपणन (मार्केटिंग) के साधनों की। श्रुति फाउंडेशन का उद्देश्य है कि गाँव और शहरों की महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हों और उन्हें उनके परिश्रम का उचित मूल्य मिले।”
इस बैठक में संस्था की दुर्ग जिला अध्यक्ष प्रीति खरे जी एवं श्वेता सिंह जी ने भी विशेष रूप से भाग लिया और महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें विपणन के विभिन्न आधुनिक तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने स्थानीय हाट बाजार, प्रदर्शनियों, और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से बिक्री को बढ़ावा देने के सुझाव दिए।
बैठक में इन विषयों पर हुई चर्चा
उत्पादों की ब्रांडिंग और आकर्षक पैकेजिंग
सोशल मीडिया व डिजिटल मार्केटिंग की भूमिका
सरकारी योजनाओं और सहायता निधियों की जानकारी
प्रशिक्षण कार्यक्रमों और महिला मेलों के आयोजन की रूपरेखा
श्रुति फाउंडेशन छत्तीसगढ़ द्वारा किया गया यह प्रयास महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है, जो आने वाले समय में महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और आत्मिक रूप से मजबूत बनाएगा। संस्था के विचारों से प्रभावित होकर कई महिलाओं ने संस्था की सदस्यता ली।