भिलाई। दुर्ग जिले में कुछ दिन पहले एक रिटायर्ड कर्मी से लूट का मामला सामने आया था। पद्मानभपुर थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग के साथ लूट के मामले का दुर्ग SP डॉ. अभिषेक पल्लव ने खुलासा किया है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी जानकारी एवं मानवीय सूचना संसाधनों के बेहतरीन तालमेल से मामले को सुलझाने में सफलता मिली है। रिटायर्ड बीएसपी कर्मी से 13.50 लाख की लूट करने वाले इंटरस्टेट गिरोह के 6 सदस्यों को दुर्ग पुलिस ने अरेस्ट किया है। दो लोगों अभी भी फरार बताए जा रहे है। SP डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि गिरोह के सदस्य पहले खेत समतल करने के लिए जेसीबी लगाते हैं। उसके बाद जेसीबी को सरकारी बताकर उससे अधिक रकम की मांग करते हैं। इस गिरोह ने बालोद जिले के एक किसान से रकम लूटी थी।

पुलिस के अनुसार, बालोद जिले के भोथीपार गांव निवासी पैगंबर सिंह मंडावी रिटायर्ड बीएसपी कर्मी है और पेशे से किसान है। उसने 5 अप्रैल को पद्मनाभपुर थाने में लूट की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि 27 मार्च को उसके घर में 3 लोग आए थे।
उन्होंने कहा कि उनके पास जेसीबी मशीन है वो लोग पास में सड़क बना रहे हैं। अभी मशीन खाली है, कुछ काम है तो बता दो पैसा अपने हिसाब से दे देना। इस पर उसने अपना खेत समतल करने की बात कही। खेत समतल करने के दौरान एक बुजुर्ग सदस्य अधिकारी बनकर वहां आया। उसने कहा कि ये सरकारी जेसीबी है, उससे निजी काम करा रहे हो।

मशीन में कैमरा लगा रहा, पूरा रिकार्डिंग उनके पास है। उसने किसान को मारा और थाने जाने की धमकी दी। किसान काफी डर गया और बोला कुछ रुपए लेकर मामला रफा दफा करो। इस पर उन्होंने कहा कि उनका 27 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। किसान ने कहा वो एफडी तुड़वाकर कुछ रुपए दे देगा। इस पर वो लोग किसान को अपनी बाइक में बैठाकर बैंक ले गए। किसान ने एफडी तुड़वाकर 13.50 लाख रुपए बैंक से निकाले। इसके बाद आरोपियों ने रास्ते में किसान से मारपीट कर उसके रुपए ले लिए और फरार हो गए। आरोपी किसान के साथ पंजाब नेशनल बैंक की सेक्टर 6 ब्रांच भिलाई भी पहुंचे थे। बैंक मैनेजर ने जब किसान से इतने रुपए एक साथ निकालने का कारण पूछा तो आरोपी ने कहा कि किसान उनकी जमीन खरीद रहा है। इसलिए उन्हें इस रकम की जरूरत है। पुलिस ने बैंक का सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर लिया है।

पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए घटना स्थल से लेकर गुण्डरदेही तक 50 किमी तक सड़क पर लगे करीब 1000 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला इसके बाद 3 आरोपियों की पहचान हुई। सीसीटीवी फुटेज से मिले हुलिए के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटे। इसी दौरान पुलिस को पता चला की बबलू खान निवासी करौली राजस्थान, बालोद में इसी तरह की धोखाधड़ी के एक मामले में 2018 में पकड़ा गया था। पुलिस ने जब बबलू खान और उसके साथियों का फुटेज सीसीटीवी के फुटेज से मिलाया तो वो मैच कर गया।

पुलिस ने बबलू खान और उसके सहयोगियों का फोटो लिया और उसकी तलाश शुरू की। उन्हें पता चला कि आरोपी उत्कल एक्सप्रेस से बिलासपुर की तरफ जा रहे हैं। पुलिस भी उत्कल एक्सप्रेस में चढ़ी और अपनी पहचान छुपाते हुए वेंडर बनकर बोगियों में सामान बेचते हुए आरोपियों की तलाश की। इस दौरान पुलिस को ट्रेन में बबलू खान, अली शेख, अली मोहम्मद, तस्लीम खान, अनीश खान और अब्दुल अलीम मिले। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर दुर्ग लाई।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन लोगों ने किसान से रास्ते में 13.50 लाख रुपए लूटे थे। इसके बाद उन्होंने लूटी गई रकम में से 7 लाख रुपए को आपस में बांट लिया था। शेष रकम 6.50 लाख रूपये को प्रकरण के फरार आरोपी ग्राम सागनेर, जिला जयपुर, राजस्थान निवासी परवीन खान और आलम खान निवासी मुरैना, मध्यप्रदेश के पास रखा होना बताया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट की रकम 7 लाख रुपए जब्त कर लिया है।

बबलू खान (36 साल) निवासी ग्राम सयलोकर जिला करौली राजस्थान, अली शेख (38 साल) निवासी ग्राम नरौरा जिला बुलंद शहर उत्तर प्रदेश, अली मोहम्मद (35 साल) निवासी नरौरा जिला बुलंद शहर उत्तर प्रदेश, तस्लीम खान 28 साल) निवासी ग्राम नरौरा जिला बुलंद शहर उत्तर प्रदेश, अनीश खान (35 साल) निवासी ग्राम कलकत्ती नरौरा जिला बुलंद शहर उत्तर प्रदेश और अब्दुल अजीम (70 साल) निवासी नरौरा जिला बुलंद शहर उत्तर प्रदेश शामिल हैं।


