बालोद। जिले में नकली पुलिस बनकर गावों में धौंस दिखाकर लोगों से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। इस मामले में बालोद पुलिस ने युवक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल आरोपी युवक के पिता और बहन दोनों पुलिस में है। अपने पिता की वर्दी पहनकर और राइफल लेकर युवक फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में प्रसारित करता था। लोग उनकी तस्वीर देखकर उन्हें असल में पुलिस वाला समझते थे और इसी नकली पहचान का फायदा उठाते हुए युवक गांव-गांव में जाकर लोगों से अवैध वसूली करता था। इसका भांडा उस वक्त फूटा जब वह पैरी में एक महिला के घर उसे अवैध काम करती हो कहकर कर रेड मारने की बात करते हुए वहां पहुंचा था। बता दें कि यह आरोपी बलौदाबाजार हिंसा मामले में भी शामिल था।

नकली पुलिस बनने वाला आरोपी का नाम खपरी निवासी प्रवीण महिलांगे है। पैरी में रेड मारने की सूचना पर एसडीओपी देवांश सिंह अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे और रंगे हाथ पकड़ लिया गया। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 420 और लोक सेवक प्रतिरोपण की धारा 170 के तहत मामला दर्ज कर रिमांड पर जेल भेजा है। आरोपी के घर खपरी से कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान भी जब्त किया गया है।


मतगणना के दिन पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डलाकर हुआ था फरार
जानकारी के मुताबिक इसी युवक ने पैरी के एक पेट्रोल पंप में मतगणना के दिन कार से पहुंचा था, जिसमें पुलिस की सायरन भी लगाया हुआ था। लगातार सायरन बज रहा था और पंप कर्मचारियों से कहने लगा कि मैं वीआईपी ड्यूटी में हूं। 3000 का पेट्रोल डाल दो। जब पैसे देने की बारी आई तो वह फरार हो गया। इस दौरान उसका कुछ फुटेज पेट्रोल पंप की सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था, जिसके आधार पर पंप कर्मचारियों ने उसकी पहचान की। जब वह दोबारा पैरी में एक महिला के घर के पास आया और इसकी फोटो जब वहां खड़े एक युवक ने उन्हें भेजी तो पेट्रोल पंप वाले ने भी उसे पहचान लिया।

पहले भी पॉक्सो एक्ट के आरोप में जेल जा चुका है आरोपी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी प्रवीण महिलांगे बलौदाबाजार हिंसा मामले में भी शामिल था। उसने कलेक्टोरेट में तोड़फोड़ किया था। साथ ही एक कार का शीशा तोड़कर उसमें रखे लैपटॉप, मोबाइल एवं हार्ड डिस्क को पार कर दिया था. वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपी की स्पष्ट पहचान हुई है. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ कर चोरी का लैपटॉप, मोबाइल एवं हार्ड डिस्क बरामद कर उसे जेल भेजा. बताया जा रहा कि आरोपी पूर्व में पॉक्सो एक्ट के आरोप में भी जेल जा चुका है, जो हाल ही में जमानत पर छूट कर आया था। गांव वाले भी उसकी हरकतों से परेशान रहते थे।
