भिलाई। भिलाई के कैम्प-1 शिव संतोषी मंदिर, तीन दर्शन मंदिर में शिव शक्ति सेवा समिति द्वारा शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन 2 मार्च 2024 शनिवार को भी भक्तों के अंदर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। राष्ट्रिय कथावाचिका किशोरी आराध्या शर्मा ने दसूरे दिवस की कथा में शिवमहापुराण की कथा में गुरु की महिमा का वृहद वर्णन किया गया। कथावाचक ने बताया कि, गुरु के बिना इस संसार भवसागर से पार जाना बिलकुल भी संभव नहीं। स्वयं ब्रह्मा विष्णु महेश भी गुरु की सन्निधि का आश्रय लेते है। पश्चात की कथा में संसार में शिव लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई। इस कथा का सविस्तार वर्णन किया गया। भगवान विष्णु एवम ब्रम्हा के बीच विशाल युद्ध जिसे शांत करने के लिए देवताओं ने महादेव की आराधना की पश्चात भगवान शंकर का ही प्रत्यक्ष स्वरूप लिंग एक विशाल स्तंभ के रूप में आया जिसमे सारा संसार समाया है।
कथावाचिका ने बताया कि, शिव लिंग की उत्पत्ति को ब्रम्हा ने जानना चाहा। विष्णु ने जानना चाहा। विष्णु भगवान सुकर का रूप धारण कर धरती पर नीचे आए। भगवान महादेव को प्रणाम कर वापस आकर उनकी आराधना की पूज्य देवता बने। ब्रम्हा जी ने भगवान के इस लिंग की उत्तपत्ति जानना चाहा लिंग के ऊपर गए। केकती नाम की पुष्प आ रही थी। गौ माता आ रही थी उसे झूठ बोलवाया की भगवान ब्रह्मा ने लिंग के ऊपर भाग को पहचान लिया। पश्चात सारे देवता ब्रह्मा की पूजा करने लगे। इतने में भगवान की भविष्य वाणी हुई ब्रम्हा को श्राप मिला कही आपकी पूजा नही होगी। केकटी मेरे ऊपर नही चड़ेगी। गाय हमेशा झूठा खायेगी ,इसके पश्चात आरती के साथ कथा भव्य संगीत के संग खत्म हुई। शिव शक्ति सेवा समिति के सभी महिला सदस्य गणों को किशोरी आराध्या शर्मा द्वारा सम्मान दिया गया। आयोजकों ने बताया कि, कथा का सीधा प्रसारण यूट्यूब चैनल पर जीनियस विडियो द्वारा निरंतर सात दिनों तक किया जायेगा। जिनका आप सभी प्रेम सुधा रस चैनल पर श्रवण लाभ लें सकते है।
दसूरे दिन कथा में उमड़ी भक्तो की भीड़
आयोजक शिव शक्ति सेवा समिति ने बताया कि, बाबा महाकाल जी की असीम कृपा से हर साल की तरह इस साल भी बाबा की पालकी एवं शिव महापुराण कार्यक्रम रखा गया है। कथा के दूसरे ही दिन भक्तो की तादाद में वृद्धि देखि गई। ये साफ-साफ बाबा महाकाल के सच्चे भक्तों की भीड़ है। शिव भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला। हम सभी जिलेवासियों से अनुरोध करता है की इस आयोजन में सह परिवार शामिल होए और बाबा महाकाल की भक्ति में लीन हो जाए। हमें आसपास की महिलाओं का भी बहुत योगदान प्राप्त हुआ। हमें बहुत खुशी हुई कि हमारे साथ हमारी माता-बहनों सभी शामिल हुए। इस साल बाबा महाकाल जी की पालकी यात्रा एवं शिव महापुराण बहुत ही ज्यादा भव्य होने वाली है। लोगों में इस आयोजन को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, शिवा शक्ति सेवा समिति की पूरी टीम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए समर्पित है।
ये होगा शेड्यूल
आयोजक शिव शक्ति सेवा समिति ने बताया कि, जिले के सभी नागरिक ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस कथा में अपनी भागीदारी दें और कार्यक्रम को सफल और भव्य बनाने में मदद करें। समिति द्वारा 29 फरवरी को डेढ़ से दो किलोमीटर लंबी विशाल कलश यात्रा निकाली गई। जिसके पश्चात 1 मार्च से 7 मार्च तक राष्ट्रिय कथा वाचिका किशोरी आराध्या शर्मा जी के द्वारा शिव महापुराण की शुरुआत हुई। 7 मार्च को ही हवन एवं महाआरती का आयोजन रखा गया है। 8 मार्च को सुबह 8 बजे शिवा जी का रुद्राभिषेक और शाम 3 बजे से बाबा महाकाल जी की भव्य पालकी यात्रा निकाली जाएगी। जो पिछले साल से भी अधिक भव्य होगा। इसके पश्चात 10 मार्च रविवार को महाभंडारा के साथ आयोजन समाप्त होगा।