दुर्ग। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने गूगल को एक नोटिस भेजा हैं। गर्ग ने गूगल को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 79 की पालन कर फर्जी कस्टमर केयर नंबरों पर कार्रवाई करने के संबंध में पत्र लिखा हैं। इसके साथ ही उन्होंने आम जनता को सायबर प्रहरी ग्रुप से जुड़ने और जागरूक रहकर सायबर ठगी से बचने की अपील भी की हैं। बुधवार को पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज राम गोपाल गर्ग के द्वारा गूगल के नोडल अधिकारी को पत्र लिखा गया है। जिसमे गूगल सर्च पेजों पर प्रदर्शित फर्जी कस्टमर केयर नंबरों के कारण हो रही धोखाधड़ी गतिविधियों को रोकने एवं आवश्यक कार्रवाई करने के संबंध मे कहा।
गर्ग ने पत्र के माध्यम से कहा कि विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध करने वाले सायबर ठग गूगल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर प्रमुख बैंकों, बीमा कंपनियों, होटलों, वॉलेट्स, यूपीआई, गैस एजेंसियों, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं के कस्टमर केयर नंबरों को अपडेट करने के नाम से लोगों को ठगने का कार्य कर रहे हैं। अक्सर गूगल विज्ञापनों का उपयोग धोखेबाजों द्वारा किया जाता है, ताकि गूगल सर्च परिणामों में फर्जी नंबर सबसे ऊपर दिखें। चूंकि उपयोगकर्ता गूगल सर्च परिणामों पर भरोसा करते हैं।
वे इन फर्जी नंबरों को असली कस्टमर केयर नंबर मान लेते हैं और परिणामस्वरूप अपनी संवेदनशील और गोपनीय जानकारी प्रदाय कर ठगी करने वालो के जाल में फसते चले जाते है, उन्होंने गूगल को आई टी एक्ट की विभिन्न धाराओं के माध्यम से कहा कि इस प्रकार की धोखाधड़ी गतिविधियों से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए, गूगल के लिए आवश्यक सभी कदम उठाना महत्वपूर्ण है ताकि नागरिकों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचाया जा सके तथा गूगल से भी इस विषय पर गंभीरता पूर्वक कार्यवाही करने हेतु एवं किए गए कार्यवाही के संबंध में जानकार प्रदाय करने को लिखा गया है।
पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग के द्वारा आम जनता से भी अपील की है कि बढ़ते सायबर अपराधो के प्रति जागरूक होने हेतु ‘साइबर प्रहरी’ अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़े , जिसमे नित्य नए होने वाले साइबर अपराधों के बारे में बता कर एवं सायबर ठगी के नए पैटर्न को समझाकर इनसे बचने एवं सुरक्षित रहने के महत्पूर्ण प्वाइंट्स प्रतिदिन जारी किए जाते है। सायबर अपराधों पर सतर्कता एवं जागरूकता से ही लगाम लगाई जा सकती है।