भिलाई। कॉलेजों की परीक्षा ऑनलाइन होगी। इसके लिए भूपेश सरकार पहले ही आदेश जारी कर चुकी है। अब हेमचंद यादव दुर्ग यूनिवर्सिटी के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। आज ही कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने सभी प्राचार्यों की ऑनलाईन बैठक ली।
बैठक में क्या-कुछ तय हुआ, यह भी जानिए
हेमचंद यादव विवि दुर्ग द्वारा अगामी अप्रैल माह में आयोजित होने वाली विवि की ऑनलाईन परीक्षाओं से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश देने हेतु विवि की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने विवि से संबद्ध समस्त 143 महाविद्यालयों के प्राचार्यों की ऑनलाईन बैठक लीं। बैठक के आरंभ में अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बैठक का एजेण्डा प्रस्तुत करते हुए समस्त प्राचार्यों को यह जानकारी दी कि विवि के नवनियुक्त कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने आज कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
बैठक में ऑनलाईन परीक्षा संबंधी विस्तृत निर्देष देते हुए कुलपति, डॉ. पल्टा ने बताया कि पूर्व के दो वर्षों में आयोजित ऑनलाईन परीक्षा के पैटर्न में कुछ बदलाव किये गये है। इन परिवर्तनों का प्रत्येक महाविद्यालय एवं परीक्षार्थियों को ज्ञान होना जरूरी है।
जरूरी बदलाव के बारे में भी जानिए…
– डॉ. पल्टा ने बताया कि सर्वप्रथम प्राइवेट पीजी की परीक्षाएं 05 अप्रैल से आरंभ होंगी। घर पर बैठकर विद्यार्थियों को विवि की उत्तरपुस्तिका में ही प्रश्न हल करना अनिवार्य है।
– विद्यार्थी अपने स्वयं के कागज से निर्मित उत्तरपुस्तिकाओं का इस वर्ष प्रयोग नहीं कर सकेंगे।
– डॉ. पल्टा के अनुसार 03 अप्रैल से संबंधित परीक्षा केंद्रों से परीक्षार्थियों को उनके समस्त प्रश्नपत्रों के लिए एक साथ उत्तरपुस्तिकाएं उपलब्ध करा दी जायेंगी।
– परीक्षा आयोजन की तिथि के दिन प्रत्येक दिन सुबह 08 बजे विवि की अधिकृत वेबसाइट पर समय-सारिणी के अनुसार प्रश्न पत्र अपलोड किये जायेंगे।
– परीक्षार्थी को परीक्षा के तिथि के दिन ही प्रश्न पत्र को हल करना अनिवार्य होगा।
– प्रश्नपत्र हल करने के पश्चात् परीक्षार्थी उसी दिन अपनी उत्तरपुस्तिकाएं अपने संबंधित परीक्षा केन्द्र पर दोपहर 12 से 03 बजे तक जमा करेंगे।
– 3 बजे के पश्चात् संबंधित परीक्षा केंद्रों पर उत्तरपुस्तिकाएं स्वीकार नहीं की जायेंगी।
– डाक द्वारा इस वर्ष कोई भी उत्तरपुस्तिका स्वीकार नहीं होगी।
– परीक्षा तिथि के अतिरिक्त अन्य किसी दिन परीक्षार्थी की उत्तरपुस्तिका स्वीकार नहीं होगी।
– डॉ. पल्टा ने समस्त प्राचार्यों को निर्देषित किया कि ऑनलाईन परीक्षा के आयोजन संबंधी इस प्रक्रिया से प्रत्येक प्राइवेट एवं रेगुलर परीक्षार्थी को अवगत करायें।
– उन्होंने बताया कि रविवार एवं शासकीय अवकाश के दिन प्रश्नपत्र अपलोड नहीं किये जायेंगे।
– विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र से केवल विवि की मुख्य उत्तरपुस्तिका ही वितरित की जायेगी।
– अनुक्रमांक, परीक्षा केन्द्र नोट करेंगे। विद्यार्थी को पूरक उत्तरपुस्तिका प्रदान नहीं की जायेगी।
– पूरक उत्तरपुस्तिका की आवश्यकता होने पर विद्यार्थी स्वयं के पेज का उपयोग करेंगे। जिसे वे मुख्य उत्तरपुस्तिका के साथ संलग्न कर संबंधित परीक्षा केन्द्रों में जमा करेंगे।
– डॉ. पल्टा ने कहा कि एक उत्तरपुस्तिका में एक से अधिक व्यक्तियों की हैंडराइटिंग पाये जाने पर संबंधित परीक्षार्थी के विरूद्ध नकल प्रकरण दर्ज किया जायेगा।
– ऐसी उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन नहीं होगा। डॉ. पल्टा के अनुसार स्नातक स्तर की रेगुलर तथा प्राइवेट की परीक्षाएं 16 अप्रैल से आरंभ होगी।
– विवि द्वारा निर्मित समय सारिणी शीघ्र ही समाचार पत्रों, महाविद्यालयों, तथा विष्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जायेगी।
– डॉ. पल्टा ने बताया कि विवि की वार्षिक परीक्षाएं लगभग 40 से ज्यादा दिनों तक ऑनलाईन रूप से संचालित की जायेंगी।
– बैठक के दौरान अपर संचालक उच्च षिक्षा, डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी, बेमेतरा महाविद्यालय के प्राचार्य, शासकीय महाविद्यालय, डोंगरगांव की प्राचार्य, डॉ. बेबीनंदा मेश्राम, शासकीय पीजी कॉलेज, बालोद की प्राचार्य, डॉ. श्रद्धा चन्द्राकर, शंकराचार्य महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. दुर्गाप्रसाद राव, शासकीय महाविद्यालय, कुइकुकदुर के प्राचार्य,
डॉ. ए.सी. वर्मा तथा शासकीय महाविद्यालय, पंडरिया के प्राचार्य, डॉ. अविनाष लाल ने भी तथा शासकीय महाविद्यालय, बोरी के प्राध्यापक, डॉ. तापस मुखर्जी आदि ने प्रष्न पुछकर रचनात्मक सुझाव भी दिये। बैठक के दौरान विष्वविद्यालय के समस्त अधिकारी उपस्थित थें।