राजनांदगांव। रविवार को पुलिस ने कांस्टेबल के मर्डर मामले में बड़ा खुलासा किया है। सिर्फ 5000 रूपये के लिए कांस्टेबल संतोष यादव की हत्या की गई थी। पुलिस लाइन में पदस्थ संतोष यादव का शव नेशनल हाईवे के किनारे में मिला था। इस मामले में आरोपी दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के पूर्व आरोपी ने कांस्टेबल को शराब पिलाकर मदहोश किया और फिर चार्जर केबल से उसका गला घोंट दिया। आरोपी का नाम दानिश खान (22 वर्ष) है। आरोपी बख्तावर चाल तुलसीपुर का रहने वाला है। आरक्षक संतोष यादव (35 वर्ष) की लाश नागपुर नेशनल हाईवे- 53 पर सोमनी और ठाकुर टोला के बीच ग्राम ठेकवा के पास मिली थी।
24 घंटे के अंदर पुलिस ने केस को सॉल्व कर लिया है। पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि 5000 रुपए के पुराने लेनदेन के कारण आरोपी ने आरक्षक की हत्या कर दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो उसकी कार में बैठा हुआ आरोपी दिख गया। आरोपी की शिनाख्त दानिश खान के रूप में हुई। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ा है।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शुक्रवार रात को वो दोनों कार से निकले थे। दोनों ने पहले शराब पी। इसके बाद संतोष अपने दिए हुए पैसे मांग रहा था। इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी दानिश खान ने कार की पिछली सीट पर मोबाइल चार्जर के केबल से आरक्षक का गला घोंट दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरोपी ने आरक्षक को वहीं हाईवे किनारे छोड़ दिया और उसकी कार को शहर के भगत सिंह चौक पर खड़ा कर दिया। आरोपी की निशानदेही पर मृतक की कार और घटना में इस्तेमाल केबल को जब्त कर लिया गया है।
लाश मिलने के बाद शनिवार को CSP गौरव राय ने बताया था कि पुलिस आरक्षक संतोष यादव पुलिस लाइन में ड्राइवर था। वो शुक्रवार रात अपने घर से खाना खाने के बाद टहलने के लिए निकला था, लेकिन फिर वापस नहीं लौटा। शनिवार सुबह उसका शव हाईवे के किनारे मिला था। आरक्षक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के वाराणसी का रहने वाला था और यहां पुलिस लाइन में अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रहता था। आरक्षक संतोष यादव के पिता बीएन यादव कबीरधाम के कुंडा थाने में ASI हैं।