भिलाई। आज से बांगली नववर्ष की शुरुवात हो गई है। बंगाली नववर्ष को पोइला बोइशाख कहा जाता है। बोइला बोइशाख यानी बंगाली नववर्ष के पहले दिन बंगाली समुदाय के लोग घर की साफ-सफाई करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, पूजा-पाठ करते हैं और विभिन्न तरह के पकवान बनाए जाते हैं। इसी कड़ी में भिलाई के सबसे पुराने और बड़े कालीबाड़ी में आज शाम भव्य आयोजन होने वाला है।
भिलाई नगर कालीबाड़ी समिति द्वारा 15 अप्रेल को बांग्ला नववर्ष 1430 पोएला बोइशाख के अवसर पर सेक्टर-6 कालीबाड़ी में म्यूजिकल नाइट कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमे जी बांग्ला सारेगामा रियलिटी शो फेम गायिका अर्पिता कर और उनका जेएमसी बैंड महमोहन प्रस्तुति देगा। जो रात्री 8 बजे से प्रारंभ होगा। आपको बता दें अर्पिता कर भिलाई निवासी है और वे जी बांग्ला सारेगामा की रनर उप रह चुकी है।
मंदिर में सुबह 5.45 बजे से ही मां काली की विशेष पूजा अर्चना प्रारंभ हो गई है। इस मौके पर शाम की आरती के उपरांत श्रद्धालुओं को भोग प्रसाद, मिठाई के अलावा मुख्य रूप से बेनीमाधाब शील का पंजीका कैलेंडर वितरण किया जाएगा। उपरोक्त जानकारी भिलाई नगर सेक्टर 6 कालीबाड़ी समिति के अध्यक्ष प्रदीप राय ने दी है ।
जानिए इस दिन का महत्व और इससे जुड़ी परंपराएं और मान्यताएं :-
- पोइला बोइशाख के दिन लोग एक दूसरे को ‘शुभो नोबो बोसरो’ कहकर नए साल की बधाई देते हैं. इस दौरान छोटे घर के बड़ों का पैर छूकर आशीर्वाद भी लेते हैं।
- पोइला बोइशाख के दिन बंगाल में कई जगहों में पर गौ माता की पूजा का भी विधान है।
- लोग बंगाली नववर्ष के पहले दिन गाय को स्नान कराने के बाद उसे तिलक लगाते हैं, भोग चढ़ाते हैं, पूजा करते हैं और फिर गाय के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं।
- शुभ कार्य करने के लिए भी पोइला बोइशाख के दिन को बंगाली समुदाय के लोग शुभ मानते हैं। इसलिए इस दिन लोग शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन या खरीदारी जैसे कार्य भी करते हैं।