पशु क्रूरता: दिल्ली में इंसानियत शर्मशार करने वाला मामला; छात्रों ने गर्भवती डॉग को बेसबॉल बैट से बेरहमी से मारा…फिर पार्क में घसीटा, मौत; यहाँ जंजीर से लटका कर की गई थी हत्या; बेजुबानों के साथ आखिर कब तक अत्याचार…? 50 रूपए है…

बेजुबानों के साथ आखिर कब तक अत्याचार…? 50 रूपए है इनकी जान की कीमत

नई दिल्ली। बेजुबान जानवरों के साथ आए दिन क्रूरता के मामले सामने आ रहे है। उन्हें बड़ी बेहरमी से कभी मारा जा रहा है तो कभी उनके साथ रेप किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला देश की राजधानी दिल्ली से प्रकाश में आया है। दिल्ली में एक दिल दहला देने वाली घटना में कुछ लोगों ने एक गर्भवती डॉग को बेरहमी से मौत के घाट उतर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, ये वीडियो दिल्ली एक टेक्निकल इंस्टीट्यूट का है। इस घटना में वहां के छात्र और स्टाफ के सदस्यों शामिल थे। इन लोगों ने पहले उसको बुरी तरह पीटा फिर उसे घसीटा। इससे उसकी जान चली गई।

सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोगों का ग्रुप पहले मैदान में टिन शेड के अंदर बैठे हुए कुतिया को घेरते हैं। इसके बाद एक शख्स बेसबॉल बैट के साथ शेड में आता है। एक अन्य वीडियो में वो लोग पार्क में कुतिया को घसीटते हुए दिख रहे हैं। इस मामले में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

गाजियाबाद में जंजीर से लटका कर की थी हत्या
गाजियाबाद में कुछ दिन पहले इसी तरह का मामला यूपी के गाजियाबाद से सामने आया था, जहां कुछ लोगों ने एक कुत्ते की बेरहमी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। उन लोगों ने कुत्ते को फंदे पर लटकाकर मार डाला। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है।

50 रूपए है इनकी जान की कीमत
आपको जान कर हैरान हो जाएंगे की इनकी जान की कीमत केवल 50 रूपए है, जी हाँ…कुत्ते की हत्या करने के बाद FIR के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया जाता है पर 50 रूपए के मामूली फाइन से ये जमानत में आज़ाद हो जाते है। क्या इनके लिए हमारे देश में सख्त कानून का प्रावधान नहीं होना चाइये ? क्या ये दरिंदे जो क्रूरता किसी बेजुबान के साथ कर रहे है। कल को किसी इंसान के साथ नहीं कर सकते है…? ये विषय सोचने का है जरा सोचिये।

जानवरों के खिलाफ क्रूरता खतरनाक है क्योंकि यह महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को बढ़ाता है
पीपुल फॉर एनिमल्स (PFA) की ट्रस्टी अंबिका शुक्ला ने बताया, युवा छात्रों द्वारा ऐसी क्रूरता को देखना भयानक है, जो एक गर्भवती मां को पीट-पीट कर मार डालते हुए हंसते हुए देखे जा सकते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि जानवरों के खिलाफ क्रूरता खतरनाक है क्योंकि यह महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि समय के साथ ये स्तर और बढ़ सकता है। ऐसे लोग अपनी ताकत थोपने के लिए महिलाओं और बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार कर सकते हैं।

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